2017 का गुजरात विधानसभा (Gujarat Assembly Election) का चुनाव काफी दिलचस्फ रहा था और कांग्रेस-बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला हुआ। हालांकि 99 सीटें जीतकर भाजपा ने सरकार बनाई जबकि 77 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही।
अहमदाबाद. गुजरात विधानसभा के 2017 के अंतिम नतीजों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी को कुल 99 सीटें मिली थीं। जबकि कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज की थी। एनसीपी के खाते में 1 सीट गई जबकि भारतीय ट्राइबल पार्टी ने 2 सीटों पर अपना परचम लहराया। पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 3 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव जीतने में सफल रहे थे। गुजरात में विधानसभा चुनाव ट्रेंड की बात करें तो मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही रहा है। बीते 3 दशक से यहां बीजेपी का दबदबा रहा है और 2017 विधानसभा चुनाव जीतकर भाजपा ने लगातार 6वीं बार सरकार बनाई।
2017 विधानसभा चुनाव परिणाम
2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 47.9 प्रतिश वोट हासिल किए थे जिससे उनकी सीटों की संख्या 115 पहुंच गई थी। हालांकि 2017 के चुनाव में बीजेपी का वोट प्रतिशत घटा और सीटें कम होकर 99 रह गईं। वहीं 2012 गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 38.9 प्रतिशत वोट हासिल किए और उन्होंने कुल 61 सीटें जीती थीं। जबकि 2017 में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा, जिससे उनके सीटों की संख्या 77 तक पहुंच गई। पिछले चार विधानसभा चुनावों के ट्रेंड देखें तो बीजेपी को जनता का समर्थन मिलता रहा है लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस का वोट प्रतिशत मालूली रुप से ही सही लेकिन बढ़ा है।
6वीं बार बीजेपी ने बनाई सरकार
गुजरात में वैसे तो 1995 में ही भाजपा को सत्ता मिल गई थी लेकिन बीजेपी की प्रचंड जीत का सिललिला तब शुरू हुआ जब 2001 में केशुभाई पटेल के इस्तीफे के बाद नरेंद्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री बने। तब से वे सत्ता पर कायम रहे और 2014 में प्रधानमंत्री बनने से पहले 12 सालों तक गुजरात के सीएम रहे। 2002, 2007,2012 में नरेंद्र मोदी ने प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई। इसके बाद 2017 में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। हालांकि नरेंद्र मोदी के राज्य छोड़ने के बाद वोट प्रतिशत जरूर कम हुआ है लेकिन नरेंद्र मोदी और अमित शाह गुजरात चुनाव में महत्वपूर्ण फैक्टर बने हुए हैं।
त्रिकोणीय मुकाबले की कोशिश में आप
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी, कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। बीजेपी को हराने के लिए आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल गुजरात का दौरा कर चुके हैं। वे राज्य में परिवर्तन की बात कहते हैं। वहीं दिल्ली के कई मंत्री भी गुजरात में चुनावी माहौल बनाने के लिए पहुंचते रहते हैं। चुनावी पर्यवेक्षकों की मानें तो इस बार का मुकाबल त्रिकोणीय रहने की संभावना है। जबकि आम आदमी पार्टी दावा करती है कि गुजरात के परिणाम भी पंजाब की तरह होंगे और राज्य में आप की सरकार बनेगी। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं के लिए भी गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है।
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