BJP प्रत्याशी को चुनौती रहे निर्दलीय समाजसेवी को CM ने कहा- ये फर्जी है.. सिर्फ एल्बम बनाता है 

Published : Nov 02, 2022, 11:22 AM IST
BJP प्रत्याशी को चुनौती रहे निर्दलीय समाजसेवी को CM ने कहा- ये फर्जी है.. सिर्फ एल्बम बनाता है 

सार

Himachal Pradesh Assembly Election 2022: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कैबिनेट मंत्री विक्रम सिंह के समर्थन में प्रचार करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी को जमकर सुनाया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, जो सेवा करते हैं, एल्बम नहीं बनाते। उसका रिकॉर्ड नहीं रखते। 

शिमला। Himachal Pradesh Assembly Election 2022:  हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस नेता अपने-अपने प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार करते वक्त जमकर एकदूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। हालांकि, यह सिर्फ भाजपा या कांग्रेस के खिलाफ ही नहीं बल्कि, हर उस प्रत्याशी के खिलाफ देखने को मिल रहा, जो उन्हें चुनौती देता साबित हो रहा है। ऐसा ही एक मामला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसभा के दौरान तब देखने मिला, जब वे कांगड़ा में जसवां-परागपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विक्रम सिंह ठाकुर के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। 

दरअसल, संजय पाराशर इसी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हैं। वे भाजपा से टिकट चाहते थे, मगर उनकी जगह ये टिकट कैबिनेट मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर को दे दिया गया। इसके बाद संजय पाराशर ने निर्दलीय पर्चा भर दिया और अब वे भाजपा प्रत्याशी के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, संजय पाराशर मेरे पास समाजसेवा में किए गए काम की अपनी एल्बम लेकर आए थे। तब मैंने उनसे कह दिया था कि जो समाजसेवा करते हैं, उन्हें एल्बम बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। वो कह रहे थे कि समाजसेवा करते हैं। मेरे पास कई दस्तावेज लेकर आए थे। 

'संजय पाराशर ने मुझसे कहा.. चुनाव लड़ना चाहता हूं'
मुख्यमंत्री ने कहा, उन्हें और उनके दस्तावेज देखने के बाद मुझे लगा कि कोई बड़ा वैज्ञानिक होगा। किसी विषय पर बड़ी थीसीस और बड़ा अध्ययन कर रहे होंगे। वही रिसर्च लेकर मेरे पास आए होंगे। फिर जब उन्होंने पन्ने पलटने शुरू किया और बताने लगे कि मैंने ये किया है और वो किया है, तब मैंने कह दिया कि बहुत अच्छा किया है। यह सेवा कार्य है, मगर जब सेवा करनी है तो इसका रिकॉर्ड क्यों रखना। यह तो उन लोगों के दिमाग में होना चाहिए, जिनके लिए काम किया है। तब बोले कि चुनाव लड़ना चाहता हूं। मैंने उनसे स्पष्ट कह दिया कि जो सेवा करते हैं, वे एल्बम नहीं बनाते। दस्तावेज बनाकर उन्हें किसी को दिखाने नहीं जाते। 

84 के पर्चे रद्द हो गए  
बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 786 उम्मीदवार ने पर्चा भरा था। मगर 589 प्रत्याशियों का पर्चा स्वीकृत हुआ, जबकि 84 के पर्चे रिजेक्ट हो गए। वहीं 113 ने उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया था। इसमें भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ इस बार आम आदमी पार्टी ने भी सभी 68 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। इस बार एक चरण में वोटिंग होगी। चुनाव प्रचार अभियान 10 नवंबर को शाम पांच बजे खत्म हो जाएगा। इसके बाद मतदान 12 नवंबर को है, जबकि मतगणना 8 दिसंबर को होगी।  

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