'जब हीरो के साथ काम नहीं मिलता तो हीरोइनें ऐसी फ़िल्में करती हैं', आखिर क्यों प्रियंका चोपड़ा को लोग मारते थे ऐसे ताने
एंटरटेनमेंट डेस्क. प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) इन दिनों अपनी वेब सीरीज 'सिटाडेल' के प्रमोशन में व्यस्त हैं। इसी सिलसिले में एक बातचीत के दौरान उन्होंने उस दौर को याद किया, जब उन्होंने वुमन सेंट्रिक फिल्म 'फैशन' में काम किया था।
Gagan Gurjar | Published : Apr 26, 2023 9:08 AM IST
प्रियंका के मुताबिक़, जब उन्होंने 'फैशन' की तो लोग कहते थे कि एक्ट्रेसेस ऐसी फिल्में करियर के अंत पर तब करती हैं, जब उन्हें नेशनल अवॉर्ड चाहिए होता है।
प्रियंका ने कहा कि लोग उनके साथ काम करने का इंतज़ार नहीं कर रहे थे। इसलिए उन्हें खुद ही बैल के सींग पकड़ने पड़े।
बकौल प्रियंका, "इसके लिए बहुत लड़ाई लड़ी और मैंने कहा ठीक है मैं छोटी फिल्म करूंगी अगर मेरे बलबूते पे होगा, पर अच्छे से करूंगी। जैसे कि फैशन।"
प्रियंका ने प्राजक्ता कोली से बातचीत में आगे कहा, "जब मैंने फैशन की, मुझे कितने सारे लोगों ने बोला था उस जमाने में कि ये तो हीरोइन अपने करियर के एंड में करती हैं, जब उनको नेशनल अवॉर्ड चाहिए होता है।"
बकौल प्रियंका, "लोग कहते थे कि हीरोइनें अपने करियर के एंड में फ़िल्में अपने कंधों पर लेती हैं, क्योंकि उनको हीरो के साथ काम नहीं मिल रहा होता है।"
प्रियंका कहती हैं, "जब मैंने फैशन की, तब मुझे फिल्मों में आए हुए तीन या चार साल ही हुए थे और हर कोई कहता था कि अगर यह फिल्म फ्लॉप हो गई तो मुझे दूसरा काम नहीं मिलेगा। मुझे कुछ भी बेहतर पता नहीं था।
'फैशन' 2008 में रिलीज हुई थी, जिसका निर्देशन मधुर भंडारकर ने किया था। क्रिटिक्स द्वारा सराही गई इस फिल्म में प्रियंका के अलावा कंगना रनोट और मुग्धा गोडसे की भी अहम भूमिका थी।
फिल्म के लिए प्रियंका चोपड़ा ने बेस्ट एक्ट्रेस तो वहीं कंगना रनोट ने बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड जीता था। फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में भी प्रियंका और कंगना ने बाजी मारी थी।
प्रियंका चोपड़ा फिलहाल हॉलीवुड प्रोजेक्ट्स में व्यस्त हैं। वे जल्दी ही डायरेक्टर फरहान अख्तर की फिल्म 'जी ले ज़रा' से बॉलीवुड में कमबैक की प्लानिंग कर रही हैं, जिसमें आलिया भट्ट और कटरीना कैफ की भी अहम भूमिका होगी।