उनका प्लान था कि दादी के सो जाने के बाद वे चुपके से निकल जाएंगे। लेकिन दादी सो नहीं रही थीं। रात के 10 बज गए, फिर 11, लेकिन दादी जाग ही रही थीं। देर हो जाने पर समांथा के दोस्तों ने दादी को नींद की गोली देने का प्लान बनाया। उन्होंने दूध में गोली मिलाकर दादी को दे दी। कुछ देर बाद दादी सो गईं और वे चुपके से निकल गए।
समांथा ने बताया कि उस रात उन्होंने खूब मस्ती की। सौभाग्य से दादी को कुछ नहीं हुआ, जिससे उन्हें राहत मिली। उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे बुरा काम था और इसे याद करके उन्हें बहुत बुरा और बेवकूफी भरा लगता है। उन्होंने दूसरों को ऐसा न करने की सलाह दी। उन्होंने 'कोंचें टच लो उंते चेबुता' शो में यह बात बताई।