Fact Check. बिल्कुल न खाएं पत्तागोभी हो सकता है कोरोना...जानें वायरस से जुड़े 10 झूठ का सच

कोरोना वायरस ने भारत में पैर पसार लिए हैं, इस बीच छोटे शहरों में डॉक्टरों के साथ बदसलूकी की खबरें भी आ रही हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है दो एक हजार से पार जाने को है। हर कोई कोरोना से परेशान है। दूसरी ओर कोरोना को लेकर बहुत सारी अफवाहें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

नई दिल्ली. कोरोना वायरस ने भारत में पैर पसार लिए हैं, इस बीच छोटे शहरों में डॉक्टरों के साथ बदसलूकी की खबरें भी आ रही हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है दो एक हजार से पार जाने को है। हर कोई कोरोना से परेशान है। दूसरी ओर कोरोना को लेकर बहुत सारी अफवाहें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर लोग कोरोना को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कहीं नीता अंबानी के नाम ट्विटर पर निजामुद्दीन के जमातियों के खिलाफ गोली मारने के आदेश की मांग की जा रही है। वहीं कुछ पत्तागोभी न खाने की सलाह दे रहे हैं।  जानिए कोरोना से जुड़े 10  झूठे दावों की सच्चाई क्या है? 

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दावा क्या है? तेलंगाना में सेना तैनात होने जा रही है। इसके बाद किसी को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी। 

सच्चाई क्या है?  तेलंगाना के पुलिस कमिश्नर ने सेना तैनाती के इस दावे का को खारिज कर दिया। मीडिया में इस दावे से जुड़ी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। 

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दावा क्या है?  कुछ फोटोज वायरल कर दावा किया जा रहा है कि पुलिस दिहाड़ी, रेहड़ी और हाइवे पर चलते लोगों को पीट रही है।

सच्चाई क्या है? इस दावे के साथ जो तस्वीरें सामने आईं वो पुरानी हैं पहले से इंटरनेट पर मौजूद हैं। इनका मौजूदा लॉकडाउन से कोई लेनादेना नहीं। 

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दावा क्या है? वायरल मैसेज में WHO के हवाले से दावा किया गया है कि पत्तागोभी न खाएं क्योंकि इसमें कोरोनावायरस सबसे लंबे समय तक ठहर रहा है। 

सच्चाई क्या है? WHO ने ऐसी कोई सलाह नहीं दी। भारत सरकार के पीआईबी ने भी वायरल दावे को झूठा बताया है। 

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दावा क्या है?  माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स के नाम से एक लेटर वायरल हो रहा है। दावा है कि, गेट्स ने कोरोनावायरस को सुधार करने वाला बताया है और इसे आध्यात्मिक उद्देश्य बताया। 

सच्चाई क्या है?  वायरल लेटर बिल गेट्स ने नहीं लिखा, उनके फाउंडेशन ने इसे फर्जी बताकर खारिज कर दिया।  

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दावा क्या है?  अलग-अलग वायरल मैसेज में दावा किया गया है कि बकरे के मीट, नॉनवेज खाने से कोरोनावायरस होता है। 

सच्चाई क्या है?  वायरल दावा झूठा है। हालांकि विशेषज्ञ सामान्य तौर पर भी मीट को अच्छी तरह से धोकर व पकाकर खाने की सलाह देते हैं। 

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दावा क्या है? एक तस्वीर वायरल हो रही है। इसमें सड़क पर नोट पड़े नजर आ रहे हैं। दावा है कि, इटली के लोगों ने सड़क पर पैसा फेंक दिया। 

सच्चाई क्या है?  वायरल तस्वीर इटली नहीं बल्कि वेनेजुएला की है 2013 में वहां शुरू हुए खराब आर्थिक हालात ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी थी। 

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दावा क्या है?  दावा किया जा रहा है कि, कोरोनावायरस महामारी के चलते केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष को 1 अप्रैल से आगे बढ़ाकर 1 जुलाई कर दिया है। 

सच्चाई क्या है? सरकार ने स्पष्ट किया कि, वित्तीय वर्ष में बदलाव नहीं किया गया है। यह 1 अप्रैल से ही शुरू हुआ है।

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दावा क्या है? नीता अंबानी ने निजामुद्दीन के मरकज जमातियों के खिलाफ सरकार से कड़ी कार्वाई करने की मांग की। ट्वीट में लिखा था 154 जमाती दस दिन में सरेंडर करें वरना सरकारी देखते ही गोली मारने का आदेश दे। 

सच्चाई क्या है? ये ट्वीट नीता अंबानी के नाम से बने एक फर्जी अकाउंट से किया गया था। नीता अंबानी ने ऐसी कोई मांग सरकार से नहीं की है। अकाउंट और दावा दोनों फर्जी निकले। 

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दावा क्या है?  कोविड-19 के पहले मरीज़ ने चमगादड़ के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। हुबई प्रांत के एक 24 वर्षीय व्यक्ति यिन डाओ तांग नोवेल कोरोनावायरस से पीड़ित होने वाले पहले केस थे। दावा किया गया कि वो चमगादड़ सहित कई जानवरों के साथ यौन क्रिया में लिप्त होने के बाद तांग इस बीमारी से ग्रसित हुए। 

सच्चाई क्या है?  ये बात एक मनगढ़त वायरल कहानी से सामने आई। चीन की सरकारी मीडिया सहित कई प्रतिष्ठित वेबसाइटों ने इसका खंडन किया और इसे फर्जी मनगढंत कहानी कहा। 

10. 

दावा क्या है?  गृह मंत्रालय के प्रमुख सचिव के नाम से एक पोस्ट वायरल हुई। दावा किया गया है कि, केंद्र सरकार ने कोरोना से जुड़ी जानकारियां वॉट्सऐप गुप में शेयर करने पर पाबंदी लगा दी है। 

सच्चाई क्या है?  सरकार ने कोई पाबंदी नहीं लगाई है, लेकिन पीआईबी ने कोरोना से जुड़ी फेक खबरों को देख सटीक जानकारी साझा करने की अपील की। 

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