Fact Check: क्या कोरोना के प्रकोप के बाद बैन हुई मांस की बिक्री? शाकाहारी हो गया चीन

Published : Feb 16, 2020, 04:48 PM ISTUpdated : Feb 16, 2020, 05:02 PM IST
Fact Check: क्या कोरोना के प्रकोप के बाद बैन हुई मांस की बिक्री? शाकाहारी हो गया चीन

सार

कुछ वीडियो और फोटोज के द्वारा ये दावा किया गया था कि, चीन में चमगादड़ का सूप पीने से लोगों में कोरोना फैला है। चूहे, सांप और बिल्ली के मांस को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया। 

बीजिंग. चीन में कोरोना वायरस ने कहर बरपाया हुआ है। वुहान शहर के मांस बाजार से फैले इस वायरस ने अब कर 1 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वहीं 46 हजार से ज्यादा लोग इससे संक्रमित बताए जा रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। अब एक नया दावा सामने आया है कि चीन में सरकार ने मांसाहार को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। जैसा कि दुनिया में सभी जानते हैं कि चीन में पूरी आबादी मांसाहार पर ही निर्भर है, मांस, मछली उनका प्रिय भोजन है। ऐसे में ये काफी चौंकाने वाली बात है कि वहां मांसाहार पूरी तरह बैन कर दिया जाए। 

कोरोना वायरस को लेकर सामने आए पिछले कई दावों में ये एकदम नया है। इससे पहले कुछ वीडियो और फोटोज के द्वारा ये दावा किया गया था कि, चीन में चमगादड़ का सूप पीने से लोगों में कोरोना फैला है। चूहे, सांप और बिल्ली के मांस को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया। 

वायरल पोस्ट क्या है? 

कोरोना वायरसर लगातार ट्रेंड में है। लोग इसके बारे में बात कर रहे हैं। ट्विटर पर अनुज बाजपेयी नाम के एक शख्स ने लिखा कि, चीन मांस की सभी दुकाने बंद हैं और शाकाहार को अपानाया जा रहा है, इससे सनातन धर्म की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है।

क्या दावा किया जा रहा है? 

सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस के साथ वायरल हो रही इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि, चीन में मांसाहार पूरी तरह बैन कर दिया गया। लोग अब शाकाहार को अपना रहे हैं। हालांकि फैक्ट चेकिंग में हमने इस दावे की सत्यता जानने की कोशिश की। क्या वाकई पूरे चीन में ऐसे हुआ है? क्या चीनी सरकार ने लोगों को मांस-मछली से दूरी बनाने और कोरोना से बचाव के लिए ये कदम उठाया है? 

फैक्ट चेकिंग 

जी नहीं, चीन में वुहान तो क्या किसी भी शहर में मांसाहार को बैन नहीं किया गया है। सरकार खुद फ्रेश और अच्छी क्वालिटी का मांस वुहान के लोगों को मुहैया करवा रही है। 4 फरवरी 2020 को न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई। रिपोर्ट में कहा गया कि, चीन के वुहान शहर को लॉकडाउन किया गया, यहां कुछ मांस की दुकानों पर फ्रीज में सड़ रहे मांस को जब्त किया गया। राष्ट्रीय अधिकारियों ने शंघाई के पास 10,000 टन फ्रोजन पॉर्क को पकड़ा था जिसे कभी भी वुहान भेजा जा सकता था। ऐसे में कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार एहतियात बरत रही है। इसके साथ लोगों को सख्त हिदायत देकर फ्रेश और अच्छी क्वालिटी के मांस को खाने की बात कही गई। वहीं कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने 1.4 बिलियन लोगों के लिए दुकानों और सुपरमार्केट के स्टॉक में ताजा भोजन सप्लाई करवाया था। सरकार घरों में कैद भूखे लोगों के लिए ताजा खाना मुहैया करवाने के प्रयास कर रही है। 

 

ये निकला नतीजा

दरअसल फ्रोजन मीट को जब्त किए जाने की खबर को मिसलीड तरीके से वायरल किया जा रहा है। चीन के वुहान सहित 12 शहरों में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन किया हुआ है। वहीं बाकी शहरों में हालात नॉर्मल बताए जा रहे हैं। वहीं पूरे चीन में मांसहार बैन की कोई खबर मीडिया में नहीं आई है। हालांकि सरकार बहुत अलर्ट है और सड़े-गले खराब मांस को उपयोग में न लाने पर सख्त गाइडलाइंस भी दे चुकी है। 

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