Fact Check: क्या ये जापान में गाड़ियों का कब्रिस्तान है, जानें वायरल तस्वीर का सच
गाड़ियों की लंबी कतार की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोगों का इसपर कई तरह के कमेंट्स भी आ रहे हैं। लेकिन तस्वीर के साथ एक बड़ा झूठ बोला जा रहा है।
Asianet News Hindi | Published : Dec 15, 2021 4:00 AM IST / Updated: Dec 15 2021, 09:32 AM IST
क्या वायरल हो रहा है: इन दिनों सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है, जिसमें कतार में कई गाड़ियां दिख रही हैं। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें जापान में गाड़ियों के कब्रिस्तान की हैं। कई फेसबुक यूजर्स ने इन तस्वीरों को जापान में कार कब्रिस्तान कैप्शन के साथ पोस्ट किया है।
वायरल तस्वीर का सच:
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वायरल तस्वीर के सच का पता लगाने के लिए गूगल के रिवर्स इमेज टूल की मदद ली गई। तब पता चला कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा फेक है। पहली तस्वीर न्यू मैक्सिको के गाड़ियों के कब्रिस्तान की है। इसका डिजिटल रीक्रिएशन किया गया है। कलाकार का नाम Aydin Buyukta है। इस्तांबुल के इस कलाकार ने 2017 में फेसबुक पर इस तस्वीर को न्यू मैक्सिको में कैप्शन के साथ पोस्ट किया था। तस्वीर को क्रिएटिव फोटोग्राफी जैसे Collater.al पर भी पब्लिश किया गया है।
दूसरी और तीसरी तस्वीर को रॉयटर्स के फोटोग्राफर लुसी निकोलसन ने 2018 में क्लिक किया था। कैप्शन के मुताबिक, वोक्सवैगन और ऑडी डीजल कारें 28 मार्च 2018 को कैलिफोर्निया के विक्टरविले के पास एक रेगिस्तान में खड़ी की गईं। ऐसे में कहा जा सकता है कि तीनों तस्वीरें अमेरिका में ली गई हैं न की जापान में।
विजुअल इफेक्ट आर्टिस्ट Aydin Buyuktas फोटोग्राफी को रीक्रिएट करते हैं। उन्होंने फिल्म इंसेप्शन की याद दिलाने वाली तस्वीरों को तैयार किया है। बायुकटास ने एक इंटरव्यू में कहा, ये काम लोगों के दैनिक जीवन की वास्तविकता को इस दुनिया से बाहर की तरफ दिखाते हैं। उन्होंने कहा, मैं लोगों को मल्टीनेशनल फीलिंग देने की कोशिश करता हूं। 2002 से इस्तांबुल में रहने वाले Buyuktas ने अपने काम के जरिए शहर के कई जगहों को दिखाया, जैसे कि ग्रैंड बाजार और गलता ब्रिज। पारंपरिक ड्रोन शॉट्स से अलग उनकी तस्वीरें उससे भी विहंगम दृश्यों को व्यक्त करती हैं। वे एक ही तस्वीर में कई एंगल को एक साथ दिखाते हैं।
निष्कर्ष: तीनों वायरल तस्वीरों को लेकर सोशल मीडिया पर फेक दावा किया जा रहा है। तीनों तस्वीरें जापान की नहीं बल्कि अमेरिका की हैं। इन्हें जापान के नाम से वायरल किया जा रहा है जो कि पूरी तरह से झूठ है।