FACT CHECK: क्या अमजद और तमीम शेख ने ली गर्भवती हथिनी की जान, होश उड़ा देगा वायरल दावे का सच

Published : Jun 06, 2020, 04:38 PM ISTUpdated : Jun 06, 2020, 04:59 PM IST
FACT CHECK: क्या अमजद और तमीम शेख ने ली गर्भवती हथिनी की जान, होश उड़ा देगा वायरल दावे का सच

सार

केरला की इस दिल को दहला देने वाली घटना को कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने सांप्रदायिक रंग देना शुरू कर दिया। कुछ यूज़र्स दावा करने लगे कि इस मामले में गिरफ़्तार किये गए लोगों का नाम अमजद अली और तमीम शेख है।

नई दिल्ली. केरल के पलक्कड़ में एक गर्भवती हथिनी ने विस्फोटक से भरा अनानास खा लिया था। विस्फोटक के मुंह में ही फट जाने के कारण हथिनी का जबड़ा टूट गया और आखिर में उसने दम तोड़ दिया। केरला की इस दिल को दहला देने वाली घटना को कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने सांप्रदायिक रंग देना शुरू कर दिया। कुछ यूज़र्स दावा करने लगे कि इस मामले में गिरफ़्तार किये गए लोगों का नाम अमजद अली और तमीम शेख है।

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि हथिनी की मौत के जिम्मेदार दो मुस्लिम लड़के हैं जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। हालांकि पुलिस ने जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है वो अलग है।

ऐसे में हम आपको फैक्ट चेक में हथिनी की मौत से जुड़े इन दावों का सच बता रहे हैं।

वायरल पोस्ट क्या है? 

‘न्यूज़ नेशन’ के एंकर दीपक चौरसिया ने ये दावा करते हुए ट्वीट किया – “ हथिनी की हत्या के मामले में अमजद अली और तमीम शेख की गिरफ्तारी हुई है।” लाइव हिंदुस्तान ने इस दावे पर एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसमें अमर प्रसाद रेड्डी के ट्वीट को भी शामिल किया गया। 

 

 

क्या दावा किया जा रहा है? 

इसी दावे को शुरुआती दौर में शेयर करने वाले लोगों में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के केन्द्रीय मंत्री के मीडिया सलाहकार अमर प्रसाद रेड्डी शामिल शामिल हैं। रेड्डी ने अपना ट्वीट बाद में डिलीट कर दिया लेकिन इससे पहले उनके ट्वीट को हज़ारों बार लाइक और रीट्वीट किया जा चुका था। बाद में उन्होंने इस मामले में सफ़ाई भी दी।

 

फ़ैक्ट-चेक

दरअसल हथिनी की हत्या के मामले में जिस आरोपी को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम विल्सन है। पलक्कड़ के एसपी जी सिवा विक्रम ने सोशल मीडिया के दावों को ग़लत बताया। एसपी ने बताया कि इस मामले में पी विल्सन नाम के एक आदमी की गिरफ़्तारी हुई है। गिरफ़्तारी की खबर को ‘डीडी न्यूज़ मलयालम’ और ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने शेयर किया है।

मलयालम समाचार वेबसाइट मातृभूमि और जन्मभूमि ने भी इस पर रिपोर्ट की और बताया कि पी विल्सन जहां काम करता था उस रबर प्लांटेशन का मालिक भी इस मामले में संदिग्ध आरोपी है। उसका नाम अब्दुल करीम और उसके बेटे का नाम रियाजुद्दीन है। इस बात की पुष्टि भी एसपी विक्रम ने की थी। उन्होंने ये भी कहा था कि ये दोनों फिलहाल फरार हैं।

 

 

तिरूवरमकुन्न फ़ॉरेस्ट स्टेशन के डिप्टी रेंज अफ़सर एम शशिकुमार ने इस बात की पुष्टि ‘द न्यूज़ मिनट’ को की है। विल्सन ज़िले के एक प्लांटेशन में रबड़ टैपर के तौर पर काम करता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मामले में तीन संदिग्ध लोगों के शामिल होने का शक है लेकिन पूछताछ के बाद बाकी के 2 लोगों को छोड़ दिया गया। एसपी विक्रम ने हमें बताया कि जिन 2 लोगों से पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया गया था उनके नाम अमजद अली या तमीम शेख नहीं हैं।

ये निकला नतीजा 

हमने देखा कि सोशल मीडिया में किस तरीके से गर्भवती हथिनी के साथ हुई क्रूर घटना को सांप्रदायिक रंग में रंगने की कोशिश हुई। इस घटना को मलप्पुरम की बताने वाली कई मीडिया रिपोर्ट्स की जांच हमने पहले भी की है जब कि ये दुखद घटना पलक्कड़ में हुई थी। ये ज़िला मुस्लिम बहुल इलाका है जिस वजह से सोशल मीडिया में ये अफ़वाह फैली थी। ये एक ऐसी स्टोरी है जिसमें अभी जांच चल रही है इसलिए किसी नतीजे पर पहुंचना मुश्किल है। 

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