शाहीन बाग प्रोटेस्ट में भिड़ गईं महिलाएं 'पैसे मुझे दो, मुझे दो', खुली वायरल वीडियो की सच्चाई

1 सेकंड की क्लिप में, बुर्का पहने महिलाओं को एक-दूसरे को चप्पलों से पीटते हुए देखा जा सकता है। आने-जाने वाले लोग उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं। 

नई दिल्ली.  राजधानी के शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इस प्रोटेस्ट को लेकर देशभर में चर्चा गर्म है। ऐसे में सोशल मीडिया पर शाहीन बाग प्रोटेस्ट को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ महिलाएं बीच सड़क पर हाथापाई कर रही हैं। कहा जा रहा है कि ये शाहीन बाग है जहां महिलाएं पैसों को लेकर भिड़ गई थीं। शाहीन बाग में पैसे लेकर प्रोटेस्ट करवाए जाने के दावे किए जा रहे हैं। आइए जानते हैं आखिर वीडियो और उससे जुड़े दावे में कितनी सच्चाई है?

सड़क पर लड़ रही महिलाओं के इस वीडियो क्लिप को ट्विटर पर जमकर शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो दिल्ली के शाहीन बाग से है जहां नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के ख़िलाफ महिलाओं के नेतृत्व में धरना चल रहा है।

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वायरल वीडियो में क्या है? 

21 सेकंड की क्लिप में, बुर्का पहने महिलाओं को एक-दूसरे को चप्पलों से पीटते हुए देखा जा सकता है। आने-जाने वाले लोग उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इस क्लिप को एक कैप्शन के साथ ट्विटर पर शेयर किया गया था, जिसमें लिखा था "शाहीन बाग में भुगतान को लेकर मुस्लिम महिलाओं की लड़ाई हैं। पेड प्रोटेस्ट के लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए।"

क्या वाकई शाहीन बाग का है वीडियो

इस वीडियो क्लिप को करीब 62,800 बार देखा जा चुका है। यह शुरुआत में एक ट्विटर यूज़र द्वारा ट्वीट किया गया था जिसके बाद लगातार वीडियो चर्चा में है। अब बात करते हैं इस वीडियो से जुड़े तथ्यों और सच्चाई कि क्या वाकई वीडियो शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन का है? 

 

फैक्ट चेकिंग

फ़ैक्ट चेक में हमने वीडियो यूट्यूब पर करीब एक साल पुराना पाया। ये वीडियो दिल्ली का भी नहीं है। वीडियो को जब कीफ्रेम्स में तोड़ा गया और यैंडेक्स का इस्तेमाल करके एक रिवर्स इमेज सर्च के जरिए ये जानकारी सामने आई कि वीडियो पुराना है। वीडियो शाहीन बाग से संबंधित नहीं है, जैसा कि दावा किया जा रहा है। 

वायरल दावे की सच्चाई

ये 4 जनवरी 2019 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला था। 5 जनवरी, 2019 को यूट्यूब पर एक और क्लिप पोस्ट की गई, जिसमें टाइटल के साथ लिखा गया है, "भोपाल के चौक बाजार में औरतों की लड़ाई हंस के लोटपोट कर देगी।" यहां गाड़ियों की टक्कर पर औरतें बीच बाजार लड़ पड़ी थीं। यहां मौजूद पब्लिक ने वीडियो बनाकर अपलोड कर दिया। 

ये निकला नतीजा

अब नतीजा ये निकलता है कि, महिलाओं की मारपीट का ये वीडियो दिल्ली के शाहीन बाग का नहीं है। ये वीडियो भोपाल का और एक साल पुराना है। वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरह फर्जी है। 

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