Published : Mar 18, 2021, 12:10 PM ISTUpdated : Mar 18, 2021, 01:58 PM IST
उज्जैन. हमारे धर्म ग्रंथों में सुखी और शांत जीवन पाने के लिए कई गुण बताए गए हैं। ये गुण जिन लोगों में होते हैं वे विपरीत समय आने पर भी स्वयं को कमजोर नहीं होने देते और हमेशा दूसरों की मदद को तत्पर रहते हैं। आज हम आपको धर्म ग्रंथों में बताए गए ऐसे 5 गुणों के बारे में बता रहे हैं, जिनके कारण जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। ये गुण इस प्रकार हैं…
2. दान करना
हिंदू धर्म में दान करना बहुत जरूरी बताया गया है। समय-समय पर उचित व्यक्ति को यथाशक्ति दान देना चाहिए। इससे मन को आत्मिक खुशी मिलती है और जीवन में भी सुख-समृद्धि बनी रहती है।
35
3. क्षमा
दूसरों की गलतियां माफ करना आसान नहीं होता, लेकिन जिस व्यक्ति में ये गुण होता है उसके मन में किसी भी तरह को बोझ नहीं रहता। धर्म ग्रंथों में भी लिखा है कि क्षमा वीरों का आभूषण हैं यानी विशाल ह्रदय वाला ही किसी को क्षमा कर सकता है।
45
4. दूसरों में दोष न देखना
कुछ लोग हमेशा दूसरों की गलतियां निकालने में ही समय बर्बाद करते रहते हैं। धर्म ग्रंथों में इसे बहुत ही गलत माना गया है। जो व्यक्ति दूसरे की अपेक्षा अपने दोष देखकर उन्हें दूर करने का प्रयास करता है, वहीं सुखी जीवन व्यतीत करता है।
55
5. धैर्य
जीवन में कई बार विपरीत परिस्थितियां आ जाती हैं। कई लोग इस समय गलत निर्णय ले लेते हैं, जिसके कारण उन्हें भविष्य में पछताना पड़ता है। जबकि जो व्यक्ति ऐसे समय में धैर्य से कोई निर्णय लेता है, उसे हर काम में सफलता मिलती है।