उज्जैन. इस बार श्राद्ध पक्ष की शुरूआत 2 सितंबर से हो रही है। पितृ पक्ष के 16 दिनों में श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि कर्म कर पितरों को प्रसन्न किया जाता है। पितृ पक्ष में दान का भी बहुत महत्व है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, दान से पितरों की आत्मा को संतुष्टि मिलती है और पितृ दोष भी खत्म हो जाते हैं। श्राद्ध में गाय, तिल, भूमि, नमक, घी आदि दान करने की परंपरा है। धर्म ग्रंथों में श्राद्ध में दान की गई वस्तु से मिलने वाले फलों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है। जानिए श्राद्ध में क्या चीज दान करने से उसका क्या फल प्राप्त होता है-