NRC के मुताबिक असम में रह गए करीब 40 लाख लोगों को भारतीय नागरिकता नहीं दी गई है। इस रजिस्टर में उन लोगों को भारतीय नागरिक के तौर पर शामिल किया जाएगा, जो ये साबित कर पाएं कि वे 24 मार्च 1971 से पहले से असम में रह रहे हैं।
(अपना घोषणा पत्र जारी करती भाजपा)