इन 5 फिल्मों में हुआ अयोध्या मामले का जिक्र, एक फिल्म ने तो 24 साल पहले ही कमाए थे इतने करोड़
मुंबई. सालों से चले आ रहे रामजन्म भूमि विवाद पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया। मान ही लिया गया कि इस जगह पर राम मंदिर ही मौजूद था और अब यहां मंदिर ही बनाया जाएगा। दरअसल विवाद इस बात पर था कि विवादित जगह पर पहले मंदिर था या मस्जिद? इस बात को लेकर दोनों पक्ष अपने-अपने सबूत पेश कर रहे थे। लेकिन आखिरकार फैसला हिंदुओं के पक्ष में सुनाया गया। बॉलीवुड फिल्मों में हर विषय को भुनाने की पूरी कोशिश की जाती है। ऐसे में बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बनी हैं, जिनमें अयोध्या मामले का जिक्र किया गया है। आइए आपको उन्हीं फिल्मों के बारे में बताते हैं।
बॉलीवुड में अयोध्या मामले को लेकर कछ फिल्मों का निर्माण हुआ है। इनमें से एक फिल्म जो 1995 में आई थी उसका नाम था बॉम्बे। फिल्म सुपरहिट रही थी और इसने 24 साल पहले 63 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
बाबरी मस्जिद की घटना 1992 में हुई थी। 1995 में इस विषय पर केंद्रित फिल्म नसीम रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन किया था सईद अख्तर मिर्जा ने। ये फिल्म नसीम नाम की एक लड़की की कहानी थी। नसीम अपने दादा से बहुत प्यार करती है और उसके दादा की बाबरी मस्जिद कांड में मौत हो जाती है। इसका फिल्मांकन बहुत खूबसूरत था, यही वजह थी कि इस फिल्म को 1996 में बेस्ट डायरेक्शन और स्क्रीन प्ले के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। फिल्म में नसीम का किरदार मयूरो कांगो ने निभाया था।
निर्देशक सुनील सिंह की फिल्म 'गेम ऑफ अयोध्या' लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट पर आधारित है। ये फिल्म 2017 में रिलीज हुई थी। फिल्म ने कई राजनीतिक चेहरों को कठघरे में खड़ा किया था। फिल्म में उस वक्त के नेताओं के भाषणों के वास्तविक फुटेज भी दिखाए गे थे। फिल्म में हिंदुओं को छल से भगवान राम की मूर्ति स्थापित करते दिखाया गया था।
बाबरी मस्जिद की घटना पर 1995 में फिल्म बॉम्बे बनीं थी, जिसका निर्देशन मणिरत्नम ने किया था। अरविंद स्वामी और मनीषा कोइराला इस फिल्म में मुख्य भूमिका में थे। बाबरी मस्जिद विवाद पर बनी से फिल्म ने कमाई भी अच्छी की थी और ये फिल्म सफल रही थी। इस फिल्म में उस समय को भी दिखाया गया था जब बाबरी मस्जिद को गिराया गया था और शहर में दंगे भड़क गए थे।
निर्देशक अनुराग कश्यप की फिल्म ब्लैक फ्राइडे भी इस लिस्ट में शामिल है। इस फिल्म की खासियत ये है कि ये केवल 70 दिनों में बनकर तैयार हुई थी। मगर इसे रिलीज होने के लिए तीन साल का इंतजार करना पड़ा। ये फिल्म इतनी विवादास्पद थी कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म पर 2004 में बैन लगा दिया था और तीन साल बाद ये रिलीज हो सकी। ब्लैक फ्राइडे में 1993 में मुंबई में हुए हमले को सिलेसिलेवार तरीके से दिखाने की कोशिश की है। ये बम ब्लास्ट्स बाबरी मस्जिद के ढहने के बाद ही हुए था।
2011 में आई फिल्म सात खून माफ एक साइकोलोजिकल थ्रिलर फिल्म थी। इसका निर्देशन विशाल भारद्वाज ने किया था। फिल्म में प्रियंका चोपड़ा लीड रोल में थी। सुजाना (प्रियंका चोपड़ा) कश्मीर में वसीउल्लाह खान (इरफान खान) को सुनती हैं और वो कहता है- 'कोई कहता है एक मस्जिद थी, कोई कहता है एक मंदिर था। मंदिर ये चुप है, मस्जिद है गुमसुम, इबादत थक पड़ेगी।'