राज आगे कहते है कि 'मगर कुछ तो ऐसे थे जो कूदकर चढ़ स्टेज पर आ जाते थे। भारी मात्रा में भीड़ इकट्ठा हो जाती थी। स्टेज एक साथ इतने सारे लोगों का भार संभाल नहीं पाता था और टूट जाता था। इसी डर से वो व्यक्तिगत रूप से एक बार सुनिश्चित कर लेता था कि स्टेज मजबूत है या नहीं।'