फैमिली का कोई मेल मेंबर 50 साल तक नहीं जीता, संजीव कुमार ने तो 47 साल की उम्र में छोड़ दी थी दुनिया

Published : Jul 09, 2022, 08:00 AM IST

एंटरटेनमेंट डेस्क, Sanjeev Kumar Birth Anniversary: आज यानि 9 जुलाई को संजीव कुमार का बर्थडे है। बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स की लिस्ट में संजीव कुमार का नाम भी शुमार किया जाता है । वे  एक बेहद स्वाभाविक कलाकार थे। फिल्मों में कोई भीसंजीदा किरदार निभाना होता था तो संजीव कुमार को ही अप्रोच किया जाता था। वे हर किरदार में जान फूंक देते थे। संजीवकुमार के नाम पर चुनिंदा लेकिन कई सारी सुपरहिट फिल्में हैं। संजीव कॉमेडी  के साथ रोमांटिक अदाओं में महारत रखते थे। संजीव ने  'हम हिंदुस्तानी' मूवी से डेब्यू किया था, ये फिल्म साल 1960 में आई थी। कम उम्र में दुनिया छोड़ देने वाले संजीव कुमार ने एक बार कहा था कि उनके घर के लोग 50 साल से अधिक नहीं जीते हैं।

PREV
18
फैमिली का कोई मेल मेंबर 50 साल तक नहीं जीता, संजीव कुमार ने तो 47 साल की उम्र में छोड़ दी थी दुनिया

संजीव कुमार ने अपनी डेब्यू फिल्म बहुत मामूली से सा रोल निभाया था । हालांकि  इसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, शोले का ठाकुर का किरदार कौन भूल सकता है

28

संजीव कुमार ने अंगूर में बेहद कॉमिक किरदार अदा किया था। इसके अलावा उन्होंने दस्तक, खिलौना, सीता गीता और कोशिश जैसी फिल्में में अपनी अदाकारी का जलाव दिखाया था। 

38

मुंबई मायानगरी में परिचित उन्हें हरी के नाम से जाने जाते थे, दरअसल उनके बचपन का नाम हरिहर जेठालाल जरिवाला था।  वहीं फैंस और दर्शक उन्हें 'ठाकुर' कहना ज्यादा पसंद करते थे। 
 

48

संजीव कुमार बेहद साधारण लाइफ जीते थे, इसकी वजह से उन्हें इंडस्ट्री के लोग 'कंजूस' कहते थे। वहीं संजीव कम बजट की अच्छी फिल्मों के लिए चार्ज नहीं करते थे।  
 

58

एक इंटरव्यू में संजीव कुमार ने बड़ा खुलासा किया था, उन्होंने बताया था कि जरीवाला फैमिली का कोई भी मेल मेंबर 50 साल की उम्र क्रास करने के पहले ही दुनिया छोड़ देता है। 
 

68

शायद यही वजह थी कि संजीव कुमार ने शादी नहीं की, वे आजन्म कुंवारे रहे, हालांकि वो हेमा मालिनी से एकतरफा मोहब्बत करते थे। लेकिन हेमा धर्मेन्द्र को पसंद करती थी। 

78

वहीं बॉलीवुड की गॉसिप में एक कहानी बहुत कही जाती हैं, जिसके मुताबिक उन्होंने  शादीशुदा नूतन को प्रपोज किया था, इस पर एक्ट्रेस ने उन्हें सरेआम थप्पड़ रसीद कर दिया था। 
 

88

संजीव कुमार के पास विलक्षण फोटोग्राफिक याददाश्त थी, इस वजह से उन्हें डायलॉग्स बहुत आसानी से याद हो जाते थे। वे बड़े से बड़े कलाकार को अपनी डायलाग डिलीवरी से सरप्राइज कर देते थे।  

Recommended Stories