संजय दत्त ने इस दौरान हिंदी बनाम साउथ इंडियन सिनेमा की बहस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "दोनों में कोई अंतर नहीं है। एक्टर एक्टर होते हैं। हम सभी परफॉर्म करते हैं, डायरेक्टर की सुनते हैं और स्क्रिप्ट के अनुसार काम करते हैं। जहां तक डायरेक्टर्स की बात है तो दोनों ही इंडस्ट्री में इनके स्तर पर अच्छा काम हो रहा है। मुझे प्रशांत नील (KGF Chapter 2) और करण मल्होत्रा (शमशेरा) के बीच कोई अंतर समझ नहीं आता।"