पापा से प्रेरणा लेकर पुलिस में आई
उनके साहस और लगन को देखते-देखते, वह मेरी प्रेरणा बन गए थे। मैंने इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए, सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) की तैयारी शुरू कर दी। मैं भी पापा की ही तरह, दूसरों के लिए कुछ करना चाहती थी। इसलिए मैंने कड़ी मेहनत की, और 2018 में मेरा चयन हो गया। मैंने बतौर डीएसपी (DSP) ज्वाइन किया।
मैंने कभी पापा को रोते हुए नहीं देखा था, लेकिन जब उन्होंने मुझे वर्दी में देखा, तो उनकी आँखों से आंसू छलक पड़े। जब उनके सहयोगी उन्हें फ़ोन पर बधाइयां दे रहे थे, तब उनके चेहरे पर एक अनमोल मुस्कान थी, मैं उस मुस्कान को कभी नहीं भूल सकती।