सौम्या ने साल 2017 में दी गई UPSC की परीक्षा पहले ही प्रयास में क्लियर कर लिया। उन्हें देश भर में 9 वीं रैंक मिली। सौम्या के जज्बे और कड़ी मेहनत ने आखिर रंग ला दिया। उन्होंने अपनी मेहनत से पिता का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया। सौम्या की कहानी सैकड़ों लोगों के लिए प्रेरणा है जिससे हमें जीवन में मुश्किलों से लड़ने की सीख लेनी चाहिए।