मीसा कानून के तहत हुई कार्रवाई
इस समय अगर किसी ने सिर्फ आपातकाल, इंदिरा या सरकार में एक भी शब्द कहने की कोशिश भी की तो उनकी गिरफ्तारी हो रही थी। इतना ही नहीं, आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (MISA) के तहत सभी प्रकार के विरोध प्रदर्शन (धरना, घेराव, सत्याग्रह) पर रोक लगा दी गई। इस दौरान गिरफ्तार लोगों की संख्या जेलों की संख्या से ज्यादा थी, ऐसे में कई लोगों को सिर्फ खंभे और जंजीरों से बांध दिया गया था।