ROLE MODEL: पहली बार नहीं हुईं सफल, दूसरी बार में बनीं IAS, सपना पूरा करने के लिए छोड़ दिए थे सारे शौक

Published : Apr 16, 2021, 12:24 PM ISTUpdated : Apr 16, 2021, 06:10 PM IST

करियर डेस्क. कहते हैं हौंसलों की उड़ान को कोई नहीं रोक सकता है। देशभर में कई आईएएस और आईपीएस अफसर ऐसे हैं जो किसी ना किसी कारण से सुर्खियों में रहते हैं। ऐसे अधिकारी समाज और युवाओं के रोल मॉडल बन जाते हैं। हम आपको कुछ ऐसे ही IAS और IPS अधिकारियों के बारे में बता रहे हैं जो आपके लिए रोल मॉडल हैं। आज की रोल मॉडल स्टोरी 2017 में सिविल सर्विस एग्जाम में 386वीं रैंक हासिल करने वाली आईएएस अनुपमा अंजलि की।  

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ROLE MODEL: पहली बार नहीं हुईं सफल, दूसरी बार में बनीं IAS, सपना पूरा करने के लिए छोड़ दिए थे सारे शौक

युवाओं को देती हैं सलाह
UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों को वो अक्सर सलाह देती हैं। अनुपमा अंजलि उम्मीदवारों को बताती हैं कि कैसे आप खुद को मोटिवेट करें। ब्रेक लेने के लिए कुछ चीजें जरूरी हैं। आप हर सेंड ब्रेक ले सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं कि आप एक दिन 10 घंटे पढ़ाई कर ले और अगले दिन बिल्कुल पढ़ाई ना करें। पढ़ाई को नियमित करें। 

मेडिडेसन करें
आपका शेड्यूल कितना भी बिजी हो आप अपना खुद के लिए वक्त निकालें। उम्मीदवारों को वो अक्सर योग करने की सलाह देती हैं। 

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दूसरे प्रयास में मिली सफलता
अनुपमा अंजलि को दूसरे प्रयास में सफलता मिली थी। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद अनुपमा अंजलि ने यूपीएससी (UPSC) में आने का फैसला किया था। पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली। वो निराश नहीं हुईं और तैयारी को बढ़ाया और दूसरे प्रयास में वो सफल रहीं। 

कैसे करें तैयारी
यूपीएससी की तैयारी के दौरान अपने मेंटल हेल्थ का भी ख्याल रखना चाहिए। जब आप मेंटली फिट होंगे तो बेहतर तरीके से चीजों को समझ पाएंगे। मेहनत के साथ प्रैक्टिकल पर भी ध्यान देना चाहिए। तैयारी करने वालों को असफलता मिलने पर निराश नहीं होना चाहिए। 
 

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इन बातों का रखें ध्यान
पूरे एग्जाम में इंटेलीजेंस से ज्यादा इमोशनल इंटेलीजेंस की परीक्षा होती है। ऐसे में आप डी मोटिवेट नहीं हों।  यह एक ऐसी परीक्षा है जिसमें कोई दूसरा आपको मोटिवेट नहीं कर सकता यहां केवल सेल्फ मोटिवेशन काम आता है। 

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आईपीएस अफसर हैं पिता 
अनुपमा अंजलि के पिता एक आईपीएस अफसर हैं और यही वजह है कि शुरू से ही अनुपमा का यूपीएससी में आने का सपना था। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नौकरी के बजाय यूपीएससी की तैयारी करना ज्यादा बेहतर समझा। 

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