घर से 10 किमी चलकर साइकिल से जाते थे स्कूल,कड़ी मेहनत से अफसर बन गया किसान का बेटा
करियर डेस्क. किसी ने सच ही कहा है अगर जिंदगी में कुछ पाने के लिए पूरी ईमानदारी से कोशिश की जाए तो मंजिल मिल ही जाती है। सफलता के लिए सिर्फ जरूरी है जोश व लगन। व्यक्ति अपनी मेहनत और जोश के दम पर बड़ा से बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है। आज कल अक्सर देखा जा रहा है कि कॉम्पटेटिव एग्जाम्स की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स अक्सर एक या दो बार असफल होने के बाद नर्वस हो जाते हैं। वह अपना संतुलन खो बैठते हैं उन्हें ये लगने लगता है कि अगर वह सफल न हुए तो जिंदगी में क्या कर सकेंगे। उन्हें आगे का रास्ता नहीं सूझता है। आज की अपनी कड़ी में हम पहले ही प्रयास में UPPCS का एग्जाम क्रैक करने वाले विनीत यादव के बारे में बताने जा रहे हैं।
विनीत कुमार यादव उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले हैं। वह मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता बीडी यादव एक किसान हैं। जबकि मां विमला देवी गृहणी हैं। उनके बड़े भाई विवेक यादव मैकेनिकल इंजीनियर हैं।
विनीत यादव के पिता एक किसान थे। उनकी आय अधिक नहीं थी। उसके बाद दो बच्चों की पढ़ाई व घर का खर्च भी था। ऐसे में विनीत रोजाना साइकिल से 10 किमी स्कूल जाते थे। कड़ी मेहनत करने के बाद विनीत की पढ़ाई जारी थी।
शुरुआती शिक्षा पूरी करने के बाद विनीत से उन्होंने ITM गोरखपुर में एडमीशन लिया वहां से उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल की।
साल 2011 में विनीत को ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में पीओ के पद पर सरकारी नौकरी मिल गयी। यहां उन्होंने पांच साल तक काम किया। इस दौरान उन्होंने UP PCS परीक्षा की तैयारी भी की। नौकरी करने के साथ ही वह 3 से 4 घंटे पढ़ने के लिए वक्त निकालते थे।
विनीत के दिल में UPSC ही छाया हुआ था। उन्होंने साल 2016 में बैंक की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और UPSC की तैयारी में जुट गए। उन्होंने 2017 में UPSC की परीक्षा दी। उन्होंने प्री और मेंस क्वालीफाई कर लिया लेकिन इंटरव्यू में फेल हो गए।
साल 2017 में ही उन्होंने UPPCS की भी परीक्षा दी थी। इस परीक्षा को पास करने में वह सफल रहे। विनीत यादव ने UPPCS की परीक्षा पास करने के बाद इसे ज्वाइन कर लिया। लेकिन इसके बावजूद वह अपने सपने UPSC को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।