सुबह उठते ही रेड मारने पहुंची थी ये लेडी IAS अफसर, कत्लखाने से खींच लाई बेजुबान गाय बछड़ों को
रांची. हमारे भारतीय समाज में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है। महिलाओं की उपलब्धियां और उनके कामों के लिए आभार जताने को 8 मार्च को पूरी दुनिया में महिला दिवस (Women's Day) मनाया जाता है। इस बार भी महिला दिवस मनाया जाएगा। ऐसे में हम आपको IAS सक्सेज स्टोरी में एक ऐसी दंबग, निडर और जनता की सेवक महिला अफसर के बारे में बताएंगे। इनके काम करने का अंदाज इतना अलग है कि अपराधी इनके नाम से थर्राते हैं। इनका नाम है आईएएस विजया नारायण राव जाधव जो फिलहाल गिरिडीह (झारखण्ड) में SDM के पद पर अक्टूबर 2017 से कार्यरत है। जाधव को कहीं कोई अवैध काम की जानकारी मिलती है तो वो तुरंत वहां पहुंचकर आरोपियों पर ऑन द स्पॉट कार्रवाई करती हैं। उनके नाम कई ऐसे काम दर्ज हैं जिनसे उन्होंने सुर्खियां पाई आइए जानते हैं......
Asianet News Hindi | Published : Mar 2, 2020 5:21 AM IST / Updated: Mar 02 2020, 11:15 AM IST
विजया जाधव पुणे की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि, उनकी मां बेहद पढ़ाकू किस्म की महिला थीं। उनको देखकर ही वो भी किताबें पढ़ने में दिलचस्पी लेने लगीं। इस तरह उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी की। साल 2015 में उन्हें सफलता मिली और वो आईएएस अफसर बन गईं। अब वो मीडिया में अपने कामों को लेकर चर्चा में रहती हैं। उनका नाम देश की 10 निडर और दबंग महिला अधिकारियों में आता है।
जाधव गिरिडीह में तैनात हैं, ये भारत के 5 सबसे पिछड़े जिलों में से एक है। यहां बालू माफिया, अवैध खनन, अवैध पटाखा फैक्ट्री जैसे कई गैर-कानूनी काम होना एक आम बात है। ऐसे में विजया ने इन अवैध कारोबारों को काबू करने के लिए निरंतर छापेमारी की और बिना डरे खनन माफियाओ के खिलाफ सख्त कारवाई सुनिश्चित की।
वो कहती हैं कि, झारखंड, गुजरात या महाराष्ट्र की तरह विकसित राज्य नहीं है। इन राज्यों में एक प्रणाली और बुनियादी ढांचा है, जिसकी यहां कमी है। इसलिए राज्य और झारखंड के निवासियों के लिए बहुत काम है। राज्य की प्रगति के लिए एक मजबूत व्यवस्था बनाने में अधिकारियों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।"
विजया सभी युवतियों की लिए एक प्रेरणा है जो अपने आत्मविश्वास और साहस से गिरिडीह जैसे एक पिछड़े जिले में अपनी नीतियों और कानून का पालन करते हुए सुशासन स्थापित कर रहीं है।
जाधव के काम करने के तौर-तरीकों ने उन माफिया तत्वों में खलबली मचाई, जो हर साल करोड़ों रुपए का धड़ल्ले से अवैध बालू खनन करते आ रहे थे। किसी के दबाव में न आते हुए उनकी कार्रवाई से बिहार और झारखंड बालू माफिया में उन दिनो हड़कंप मचा था।
महिला अधिकारी जाधव के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। एक बार उन्होंने कुरैशी मोहल्ले में गौ तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करके सनसनी मचा दी थी। जनवरी साल 2018 में यहां एसडीएम पूरे फोर्स के साथ मार्निंग वॉक वाली ड्रेस में पहुंची थीं। हाथों में पानी की बोतल थी। एसडीएम को देखते ही यहां हड़कंप मच गया। लोग जहां तहां भागने लगे। अफरातफरी मच गई।
इसके बाद वो कत्लखाने में पहुंच गई और साथ आए पशुपालन ऑफिसर से मांस के सैंपल लेने कहा। इसके बाद एसडीएम ने यहां से 50 से 60 की संख्या में गाय और बछड़ों को मुक्त कराया। मौहल्ले में बने कत्लखाने से लेडी आईएएस ने खुद अपने हाथों से कई गायों को पकड़ा और उसे वहां से बाहर निकाला।
एक बार महिला अधिकारी को जानकारी मिली थी की इलाके में शराब की दुकानों के पास स्थित ढाबों में अवैध रुप से शराब बेचने और पिलाने का काम भी किया जा रहा है। सूचना मिलते ही एसडीओ जाधव ने टीम का गठन किया।
रात के वक्त खुद टीम की अगुआई करते हुए हाथ में टार्च लेकर चल पड़ीं। इस छापेमारी में भारी मात्रा में शराब बरामद होने के साथ ही इसका कारोबार कर रहे तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की।
साल 2017 में महिला अधिकारी जाधव ने बेंगाबाद में अवैध स्टोन क्रशिंग यूनिट को सील कर किया था। वो अचानक रेड मारने पहुंच गई थीं। आरोपियों के पास यूनिट चलाने के लिए लाइसेंस नहीं थे। एसडीएम ने रेड के दौरान जब क्रशर मालिक से कागजात मांगे तो उनके होश उड़ गए। एसडीएम की लगातार कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मचा था।
लेडी सिंघम कही जानी वाली जाधव साधारण कपड़ों में ही रेड मारने पहुंच जाती हैं। वे कभी मॉर्निंग वॉक तो कभी हाथ में टॉर्च लेकर अपराधियों पर कार्रवाई करती हैं। राज्य में गलत कामों पर लगाम लगाने का उनका ये अंदाज भी काफी चर्चा में रहता है।