हालांकि, उन्हें पहली सफलता 1947 में आई मूवी 'जुगनू' से मिली थी। इसके बाद दीदार (1951) और देवदास (1955) जैसी फिल्मों में गंभीर भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हें ट्रेजडी किंग कहा जाने लगा। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी। उन्होंने देवदास, नया दौर, राम और श्याम, गोपी, मशाल, विधाता, शक्ति, कर्मा, सौदागर, कोहिनूर, लीडर, गंगा-जमुना जैसी कई फिल्मों में काम किया।