इस दिन पंचतत्व में विलीन होंगे सुरों के सरताज पंडित जसराज, न्यू जर्सी से मुंबई लाया गया पार्थिव शरीर

Published : Aug 19, 2020, 06:47 PM ISTUpdated : Aug 20, 2020, 09:50 AM IST

मुंबई. सुरों रसराज पंडित जसराज का न्यू जर्सी में निधन हो गया था। बुधवार को पंडित जी की पार्थिव देह मुंबई पहुंची। परिवार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार पंडित जसराज का अंतिम संस्कार 20 अगस्त को राजकीय सम्मान के साथ होगा। उनके परिवार में पत्नी मधुरा जसराज, बेटा सारंग और बेटी दुर्गा जसराज हैं। वो 90 साल के थे। उन्होंने अमेरिका के न्यू जर्सी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी पोती श्वेता पंडित ने दादा के निधन पर थ्रो बैक फोटो शेयर करते हुए इमोशनल मैसेज लिखा था।

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इस दिन पंचतत्व में विलीन होंगे सुरों के सरताज पंडित जसराज, न्यू जर्सी से मुंबई लाया गया पार्थिव शरीर

पंडित जसराज का पार्थिव शरीर विशेष विमान के जरिए अमेरिका से मुंबई लाया गया। गुरुवार शाम चार बजे मुंबई के विले पार्ले शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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गुरुवार सुबह उनके अंधेरी वेस्ट स्थित आवास पर उनके चाहने वाले सभी संगीतप्रेमी अंतिम दर्शन कर सकेंगे।

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दोपहर बाद करीब ढाई बजे तिरंगे में लपेट कर पंडित जसराज की अंतिम यात्रा शुरू होगी। 
 

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करीब शाम चार बजे राजकीय सम्मान के साथ रायफलों की सलामी के बाद विले पार्ले शमशान स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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पं. जसराज तीनों पद्म पुरस्कारों- पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित शास्त्रीय गायक थे।

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करीब 8 दशक तक भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत में छाए रहे पंडित जसराज मेवाती घराने से ताल्लुक रखते थे।

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उन्होंने महज 14 साल की उम्र में शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने बड़े भाई पंडित प्रताप नारायण से तबला वादन सीखा।
 

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बाद में वह गायन के क्षेत्र में आए। ठुमरी और खयाल गायन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। 

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बता दें कि पंडित जसराज की पत्नी मधुरा पंडित जसराज, बेटे शारंगदेव और बेटी दुर्गा जसराज सहित पूरा परिवार मुंबई में रहता है। अमेरिका में रहने वाली पंडित जसराज की शिष्य मंडली विशेष विमान से ही मुंबई पहुंची। इन शिष्यों में पद्मश्री तृप्ति मुखर्जी और सुमन घोष भी शामिल हैं।

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