रामायण जब पहले प्रसारित किया जाता था तो लोग तब अरुण गोविल को ही असली में राम समझ बैठते थे। गलियों में सन्नाटा होता था और लोग चप्पल-जूते उतारकर टीवी के सामने बैठ जाया करते थे। वो रामायण का बड़ा सम्मान करते थे। अरुण राम का रोल प्ले करते थे, इसलिए लोग उनकी बड़ी इज्जत भी लोग करते हैं।