इसके बाद उनके पिताजी ने उन्हें बोला, 'दर्द तो आएगा और चला जाएगा. लेकिन अभी इस दर्द को एक अवसर की तरह लो। अपने चेहरे को देखो, तुम्हारे चेहरे पर इस दर्द के चलते क्या भाव आ रहे हैं। इन्हें अपने दिमाग में इस दर्द को बैठा लो। बाद में ये भाव ही होंगे जिनके चलते तुम अच्छे एक्टर से महान एक्टर बनने की ओर बढ़ोगे।'