बता दें कि, अडानी ग्रुप क्वींसलैंड में कारमाइकल कोयला खदान परियोजना में काम करने की योजना बना रहा है। क्वींसलैंड अधिकारियों ने जून में भूजल प्रबंधन योजना को मंजूरी दी थी। स्थानीय लोग पर्यावरण से जोड़कर इसका विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, जल-जीवन सोने की खान से ज्यादा जरूरी है। यह एक अरब डॉलर का सौदा है जिसका नेतृत्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भी किया था।