INDvsNZ: कल से शुरू होगा टीम इंडिया का इम्तिहान, देखिए कितने तैयार हैं भारतीय शेर ?
नई दिल्ली. भारतीय टीम का न्यूजीलैंड 24 फरवरी से शुरू हो रहा है। एक महीने से ज्यादा लंबे टूर में भारत को यहां 5 T-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेलने हैं। शिखर धवन के चोटिल होने के बाद भारत ने वनडे और T-20 दोनों टीमों मे अलग-अलग खिलाड़ियों को मौका दिया है। भारतीय टीम में अनुभव और युवा जोश का अच्छा मिश्रण है, पर न्यूजीलैंड की परिस्थितियों में अच्छा खेल दिखाना कतई आसान नहीं होगा। स्विंग और उछाल भरी पिचों में भारतीय बल्लेबाजों के लिए कठिनाईयां होंगी। मैच से पहले हम पूरी टीम का रिपोर्ट कार्ड आपके सामने रख रहे हैं। देखिए टीम में शामिल खिलाड़ियों ने अब तक कैसा प्रदर्शन किया है।
Asianet News Hindi | Published : Jan 22, 2020 4:54 PM IST / Updated: Jan 23 2020, 05:22 PM IST
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इससे पहले भी न्यूजीलैंड का दौरा कर चुके हैं। पिछली बार भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। एक बार फिर उनसे बेहतरीन खेल की उम्मीद होगी। कप्तान के तौर पर भी कोहली इस दौरे पर कमाल कर सकते हैं। भारत ने आज तक न्यूजीलैंड में कोई T-20 सीरीज नहीं जीती है। विराट की कप्तानी में भारत यह कारनामा कर सकता है।
विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच लंबे समय से T-20 में सबसे ज्यादा रन बनाने की रेस चली आ रही है। हालांकि लंबे समय से कोहली और रोहित ने साथ में कोई T-20 नहीं खेला है। इस सीरीज में इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा न्यूजीलैंड के मार्टिन गप्टिल भी खेलेंगे। ये तीनों खिलाड़ी ही T-20 में सबसे ज्यादा रन बनाने की रेस में शामिल हैं।
लोकेश राहुल ने इससे पहले न्यूजीलैंड में ज्यादा मैच नहीं खेले हैं। हालांकि उनकी तकनीकि उन्हें हर परिस्थिति में खेलने में सक्षम बनाती है। यदि राहुल यहां भी परिस्थितियों के साथ सामंजस्य बिठा लेते हैं तो उनके बल्ले से भी कई बड़ी पारियां देखने को मिल सकती हैं।
श्रेयस अय्यर ने अब तक भारत में शानदार खेल दिखाया है। उनके गेम में परिपक्वता और सूझबूझ नजर आती है, पर न्यूजीलैंड में उनकी तकनीकि की भी परीक्षा होगी। स्विंग और पेश के सामने अय्यर को अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। इस दौरे में अच्छा प्रदर्शन लंबे समय के लिए टीम इंडिया में उनकी जगह पक्की कर सकता है।
शिखर धवन की जगह टीम में शामिल किए गए संजू सैमसन के पास इस दौरे में खोने के लिए कुछ नहीं है। सैमसन को अगर खेलने का मौका मिलता है तो उन्हें बिना किसी दबाव के अपना नैचुरल गेम खेलना होगा। इस दौरे में एक अच्छी पारी उन्हें रातो रात स्टार बना सकती है।
विकेटकीपर के सबसे प्रबल दावेदार ऋषभ पंत के लिए यह दौरा बहुत कठिन साबित हो सकता है। भारत की पिचों पर भी पंत अच्छी विकेटकीपिंग नहीं कर रहे हैं। न्यूजीलैंड में गेंदबाज को लैटरल मूवमेंट भी मिलता है, जिससे गेंद विकेटकीपर से दूर जाती है ऐसे हालातों में पंत की विकेटकीपिंग की भी परीक्षा होगी।
मनीष पांडे लंबे समय से टीम इंडिया की बेंच गरम कर रहे हैं। हालांकि पिछले कुछ मैचों में उन्हें मौका मिला है और उन्होंने अच्छा खेल भी दिखाया है। न्यूजीलैंड दौरा मनीष पांडे को टीम में फिनिशर के रूप में स्थापित कर सकता है।
शिवम दुबे को हार्दिक पांड्या की गैर मौजूदगी में जगह मिली है। हार्दिक के फिट होते ही उनका टीम से बाहर होना तय है। अगर शिवम चयनकर्ताओं की मुश्किलें बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें उच्छा खेल दिखाना होगा। न्यूजीलैंड में लाइन और लेंथ पर कंट्रोल रखना मुश्किल होता है। अब देखना होगा कि शिवम यहां के हालातों के साथ कितना खुद को ढाल पाते हैं।
रविन्द्र जडेजा टीम के अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्हें न्यूजीलैंड में खेलने का अनुभव भी है। इससे पहले भारत के लिए जडेजा और अश्विन ने मिलकर न्यूजीलैंड के मुंह से जीत छीन ली थी और मैच टाई करवा दिया था। जडेजा से एक बार फिर पिछले प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
वाशिंगटन सुंदर के पास इन परिस्थितियों का कोई अनुभव नहीं है। पर सुंदर जिस शैली के खिलाड़ी हैं, उन्हें हालातों से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। न्यूजीलैंड के छोटे मैदानों पर भी उनसे बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी। इस दौरे का प्रदर्शन वर्ल्डकप के लिए खासा प्रभाव डालेगा।
शार्दुल ठाकुर भले ही भुवनेश्वर की जगह टीम में शामिल किए गए हों, पर उनके लिए भुवी जैसा खेल दिखाना बहुत मुश्किल होगा। तेज हवा और अतिरिक्त उछाल कई बार गेंदबाजों के दुश्मन भी बन जाते हैं। ठाकुर को इन बातों का ख्याल रखना होगा।
टेस्ट और वनडे में शमी भले ही शानदार गेंदबाज हों पर क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में उनकी धार फीकी पड़ जाती है। शमी की इकॉनमी से लेकर विकेट लेने की क्षमता भी T-20 में खत्म हो जाती है। अगर भारत को जीतना है तो शमी को इस फॉर्मेट में भी लय पकड़नी होगी।
न्यूजीलैंड के छोटे ग्राउंड कुलदीप यादव के लिए नई मुसीबत के साथ इंतजार कर रहे हैं। यहां के मैदानों में अक्सर मिस हिट भी मैदान के बाहर ही जाते हैं। ग्राउंड छोटा होने के अलावा तेजी से चलने वाली हवा अपने साथ गेंद को और दूर ले जाती है। ऐसे में देखना होगा कि कुलदीप किस प्लान के साथ मैदान में उतरते हैं।
नवदीप सैनी ने जितनी जल्दी खुद को एक टेस्ट बॉलर से T-20 के परिपक्व गेंदबाज के रूप में ढाला है वह काबिल ए तारीफ है। न्यूजीलैंड में भी सभी को उनसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
जसप्रीत बुमराह हर हालात हर फॉर्मेट में भारत के लिए मैच विनर रहे हैं। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर होगी। भारतीय गेंदबाजी का प्रदर्शन बहुत हद तक बुमराह के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
यजुवेन्द्र चहल भारतीय टीम के सबसे बेहतरीन T-20 खिलाड़ियों में से एक हैं। चहल छोटे मैदानों पर भी अच्छी गेंदबाजी करते हैं और हर परिस्थिति में विकेट निकालने की काबिलियत रखते हैं। चहल से भी भारत को बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी।