शाहिद आफरीदी का भाषण और फ्री के राशन पर टूट पड़े पाकिस्तानी, यूं तो तबाह ही हो जाएगा पाकिस्तान
नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर में बढ़ता जा रहा है। अब तक 200 से ज्यादा देशों में इस महामारी के मामले सामने आ चुके हैं। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना का प्रकोप शुरू हो चुका है। यहां अब तक इस महामारी के चलते 66 लोगों की मौत हो चुकी है और 4600 से ज्यादा लोग अभी भी संक्रमित हैं। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। अफरीदी यहां जरूरतमंदों को खाना खिलाने का काम कर रहे हैं। लेकिन उनके ये प्रयास पाकिस्तान सरकार के लिए परेशानियां बढ़ा सकते हैं। दरअसल शाहिद जब राशन बांटने के लिए किसी जगह पर जाते हैं तो वहां फ्री में राशन लेने वाले लोगों की भीड़ लग जाती है और कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखता। ऐसे में शाहिद के राशन के जरिए पाकिस्तान में कोरोना वायरस का संक्रमण और तेजी से फैल सकता है।
पाकिस्तान में धारा 144 लगी होने के बावजूद लोग राशन के लिए इकट्ठे हो रहे हैं। और बिना एक दूसरे से दूरी बनाए राशन की बोरियां ले जा रहे हैं।
राशन बांटने से पहले शाहिद अफरीदी ने यहां भाषण भी दिया, पर ऐसे समय में भीड़ इकट्ठी करके भाषण देने का क्या मतलब था यह अफरीदी ही बता सकते हैं।
अफरीदी यहां लंबे समय से लोगों की मदद कर रहे हैं, पर उससे पहले भाषण देना समझ से परे है।
पाकिस्तान में मुफ्त में मिलने वाले राशन को लेने के लिए लोग टूट पड़े और जिसके हाथ जो कुछ लगा वो वही लेकर चलता बना।
फ्री का राशन पाने के लिए इकट्ठी हो रही भीड़ पाकिस्तान में तोजी से कोरोना फैला सकती है। इससे पहले भी यहां से लापरवाही की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं।
पाकिस्तान में मुफ्त का राशन लूटने के लिए लोग अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
इससे पहले भी यहां से नियमों को तोड़ते हुए तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। धार्मिक स्थान पर यहां बहुत सारे लोग इकट्ठे हुए थे।
कोरोना के खिलाफ जंग में पाकिस्तान को आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ रहा है।
पाकिस्तान में शाहिद अफरीदी क्रिस्चियन और हिंदू लोगों को भी राशन बांट रहे हैं।
इससे पहले भी शाहिद अफरीदी ने राशन बांटते हुए कई तस्वीरें शेयर की थी। जिस तरीके से शाहिद पाकिस्तान में दान करने के साथ साथ उसका दिखावा कर रहे हैं। संभव है वो भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरह देश की राजनीति में कदम रखना चाहते हैं।