पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा दिखता था पठान का दम, टेस्ट से लेकर T-20 तक हर फॉर्मेट में दी मात
मुंबई. टीम इंडिया के ऑलराउंडर इरफान पठान ने शनिवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की। इरफान लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे और उनके संन्यास को लेकर पहले ही कयास लगाए जा रहे थे। पठान इस साल की शुरुआत में ही संन्यास लेने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं। इरफान पठान का खेल पाकिस्तान के खिलाफ निखरकर सामने आता था। चाहे टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे या फिर T-20 पठान ने हर फॉर्मेट में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, पठान अपने पूरे करियर के दौरान चोट से जूझते रहे और उम्मीद के मुताबिक उनका करियर परवान नहीं चढ़ सका।
2007 में भी इरफान ने पाकिस्तान के खिलाफ T-20 फाइनल मैच में शानदार गेंदबाजी की थी। इस मैच में इरफान ने 16 रन देकर 3 विकेट निकाले थे।
पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने कहा था कि इरफान पठान अब खत्म हो चुका है। इसके बाद ही इरफान ने T-20 वर्ल्डकप के फाइनल मैच में अफरीदी को पहली ही गेंद पर पवेलियन भेज दिया था।
गेंद के अलावा मुंह से भी इरफान ने पाकिस्तान को चुप ही रखा था। एक बार उनसे पूछा गया था कि आप मुस्लिम होकर भी भारत के लिए क्यों खेलते हैं। इश पर इरफान ने कहा था कि भारत मेरा मुल्क है और मुझे इसके लिए क्रिकेट खेलने पर गर्व महसूस होता है।
इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच की पहली ही तीन गेंदों पर हैट्रिक ली थी। इस मैच से पहले ही पाकिस्तान के खिलाड़ी जावेद मिंयादाद ने कहा था कि हमारे यहां इरफान पठान जैसे खिलाड़ी गली-गली में खेलते हैं।
इरफान ने 8 साल पहले 2012 में भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेला था। इसके बाद उन्हें भारतीय टीम में दगह नहीं मिली। पिछले सीजन इरफान IPL में भी नहीं खेले थे।