47 के हुए द्रविड़, वह बल्लेबाज जिसके सिंगल लेने पर भी बजती थी तालियां
नई दिल्ली. टीम इंडिया की दीवार के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ 47 साल के हो चुके हैं। द्रविड़ क्रीज पर टिककर बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते थे। इसी वजह से द्रविड़ दुनिया के सबसे सफलतम बल्लेबाजों में से एक हैं। द्रविड़ की बल्लेबाजी के कई किस्से मशहूर हैं जिसमें उन्होंने अपनी धीमी पारी से सिर्फ विपक्षी गेंदबाजों को ही नहीं बल्कि दर्शकों को भी परेशान कर देते थे। ऐसा ही एक वाकया 2008 का है, जब भारतीय ऑस्ट्रेलिया में थी। यहां बल्लेबाजी के दौरान राहुल द्रविड़ ने 18 रन से 19 वें रन पर पहुंचने के लिए 41 गेंदे ले ली थी। उस समय जब राहुल ने 40 गेंद बाद सिंगल लिया तो दर्शकों ने उनके सिंगल पर ही ताली बजाई थी।
Asianet News Hindi | Published : Jan 10, 2020 7:21 PM IST / Updated: Jan 11 2020, 12:53 AM IST
राहुल के 2008 के दौरे पर जब दर्शकों ने ताली बजाई तो उन्होंने भी जवाब में अपना बल्ला हवा में उठाकर लहरा दिया था।
द्रविड़ फिलहाल NCA के डायरेक्टर हैं और भारत के युवा खिलाड़ी उनकी ही देखरेख में पल रहे हैं।
टेस्ट क्रिकेट में राहुल द्रविड़ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक थे। राहुल ने भारत औऱ बारत के बाहर भी लगातार शानदार औसत से रन बनाए थे।
भारत के लिए 163 टेस्ट मैचों में राहुल ने 50 से ऊपर के औसत से 13288 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 270 रनों का रहा है।
वनडे में राहुल द्रविड़ ने 344 मैचों में 10889 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 39 से ऊपर का रहा है। वनडे में उनका सबसे बड़ा स्कोर 153 रन है।
आमतौर पर धीमी बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले द्रविड़ ने सिर्फ 22 गेंदों में फिफ्टी लगाई थी। द्रविड़ अभी भी भारत के लिए सबसे तेज 50 रन बनाने के मामले में संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं।
द्रविड़ साल 2003 में शादी के बंधन में बंधे थे। उनकी पत्नी का नाम विजता पेंढारकर है।
टेस्ट स्पेशलिस्ट माने जाने वाले द्रविड़ ने भारत के लिए एक T-20मैच भी खेला है। इस मैच में उन्होंने 3 छक्कों के साथ 31 रनों की आतिशी पारी खेली थी।
राहुल द्रविड़ के पिता का नाम शरद द्रविड़ है। द्रविड़ की माता का नाम पुष्पा है। द्रविड़ के पिता जैम बनाने वाली कंपनी में काम करते थे।
द्रविड़ के 47वें जन्मदिन से पहले उनके बेटे समित ने उन्हें बर्थडे गिफ्ट दिया। समित ने कर्नाटक की अंडर-14 टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है।