शेफाली के पिता ने बताया था कि 'कोई भी मेरी बेटी को एकेडमी में एडमिशन नहीं देना चाहता था, क्योंकि रोहतक में लड़कियों के लिए एक भी एकेडमी नहीं थी। मैंने उनसे भीख मांगी कि उसे एडमिशन दे दें, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। तब मैंने अपनी बेटी के बाल कटवा कर उसका एडमिशन एक लड़के की तरह कराया।'