8 टेस्ट में 27 विकेट, पाकिस्तान में छक्का लगाकर बटोरी थी सुर्खियां, अब हैं गुमनाम
नई दिल्ली. 18 नवंबर 2002 के दिन भारत के लिए तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने अपने करियर की शुरुआत की। पहले ही मैच में उन्हें महामानव क्रिस गेल का सामना करना था। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 290 रन बनाए और जवाब में वेस्टइंडीज ने 7 गेंद रहते ही मैच जीत लिया। बालाजी से लेकर कप्तान गांगुली तक सभी की जमकर पिटाई हुई। इस मैच में कुल 9 गेंदबाजों ने अपना हाथ आजमाया पर गेल के तूफान को कोई नहीं रोक सका और भारत यह मैच हार गया। इसके बाद ही बालाजी का करियर शुरू हुआ। पाकिस्तान जाकर इस गेंदबाज ने अपना कहर ढाया और कई मौकों पर अपनी टीम को जीत दिलाई। एक समय तो ऐसा था, जब बालाजी हाथ में गेंद लेकर दौड़ते थे तो पाकिस्तान का पूरा स्टेडियम चिल्लाता था, बालाजी जरा धीरे चलो, बिजली खड़ी है, बिजली खड़ी।
Asianet News Hindi | Published : Feb 13, 2020 1:32 PM IST / Updated: Feb 13 2020, 07:25 PM IST
बालाजी के पास इतनी पेस तो नहीं थी कि कोई बल्लेबाज उनसे खौफ खाए, पर अपनी स्विंग के दम पर वो हमेशा ही विकेट निकाल लेते थे। इसी वजह से IPL की पहली हैट्रिक लेने का गौरव उन्हें प्राप्त है।
बालाजी का पूरा करियर चोटों से प्रभावित रहा। इसी वजह से वो कभी भी लंबे समय तक टीम इंडिया का हिस्सा नहीं रहे।
वनडे सीरीज में टीम इंडिया ने पाकिस्तान जाकर विरोधी टीम को उसी की धरती पर 3-2 से हराया था। इस जीत में बालाजी का अहम योगदान था।
बालाजी ने रावालपिंडी नाम से मशहूर शोएब अख्तर की गेंद पर करारा छक्का लगाया था। उनका यह शॉट शोएब आज तक नहीं भूले हैं।
रावलपिंडी में हुए टेस्ट मैच में बालाजी ने पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 3 विकेट झटके थे। इसी प्रदर्शन की बदौलत भारत ने पाकिस्तान को पारी और 131 रनों से हराया था।
पाकिस्तान के ही खिलाफ बालाजी ने एक टेस्ट में 9 विकेट झटके थे। हालांकि मोहाली में हुए इस मैच में भारत को जीत नहीं मिली थी।
अपने 8 टेस्ट मैच के करियर में बालाजी ने 27 विकेट झटके हैं। हालांकि चोटों की वजह से वो ज्यादा मैच नहीं खेल पाए।
बालाजी ने साउथ की मशहूर मॉडल प्रिया थलूर से साल 2013 में शादी की थी।
30 वनडे मैचों में बालाजी ने 34 विकेट झटके थे। 5 T-20 मैच में भी उन्होंने 10 विकेट अपने नाम किए हैं।
73 IPL मैचों में उन्होंने 76 विकेट अपने नाम किए हैं। इस दौरान उन्होंने एक हैट्रिक भी अपने नाम की थी।