डेब्यू करते ही मैन ऑफ द सीरीज बना था ये क्रिकेटर, अब जी रहा गुमनाम Life
नई दिल्ली. अपनी पहली सीरीज में ही मैन ऑफ द सीरीज का खिताब हासिल करने वाले विजय भारद्वाज अब गुमनामी का जावन जीने पर मजबूर हैं। कभी इस ऑलराउंर को भारत का फ्यूचर स्टार कहा जाता था, पर कमर की चोट के बाद अचानक ही उनका करियर खत्म हो गया। भारद्वाज ने वापसी की भरपूर कोशिश की और सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत के लिए मैच भी खेले पर उनका पुराना जादू वापस नहीं आ सका और इस प्रतिभाशाली ऑलराउंडर के करियर का अंत हो गया। मौजूदा समय में विजय ओमान की राष्ट्रीय टीम के फील्डिंग कोच हैं।
Asianet News Hindi | Published : Feb 26, 2020 12:52 PM IST / Updated: Feb 26 2020, 08:22 PM IST
विजय ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ साल 1999 में अपना पहला वनडे मैच खेला था। यह मैच भारत ने बड़ी आसानी से अपने नाम किया था।
इसी सीरीज में उन्होंने शानदार खेल दिखाया था और मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड भी जीता था।
विजय के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारत यह सीरीज नहीं जीत पाया था। फाइनल मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था।
3 टेस्ट खेलने वाले भारद्वाज ने कुल 28 रन बनाए हैं और 1 विकेट भी चटकाया है।
अपने 10 वनडे मैचों में उन्होंने 136 रन बनाने के साथ उन्होंने 16 विकेट भी निकाले हैं।
96 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 5553 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 41.75 का रहा है और बेस्ट स्कोर 207 रन रहा है।
72 लिस्ट ए मैचों में भी उन्होंने 1707 रन बनाए। इनमें 1 शतक और 5 अर्धशतक भी शामिल थे।
1999 में डेब्यू करने वाले विजय भारद्वाज का करियर 2002 में ही खत्म हो गया। इसके साथ ही एक और ऑलराउंडर भारत के लिए बिना कुछ खास किए ही खत्म हो गया।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कोचिंग में अपना ध्यान लगाया। वो NCA में भी कोचिंग दे चुके हैं।
विजय ने अपना आखिरी मैच 2006 में खेला था। इस मैच में भी वो कुछ खास नहीं कर पाए थे। इसके बाद कमेंट्री करते भी देखा गया है।