जब अलका लांबा ने माइक फेंककर छोड़ दी डिबेट, देखती रह गई थी TV एंकर
नई दिल्ली. कांग्रेस की नेता अलका लांबा दिल्ली विधान सभा 2020 में चांदनी चौक से प्रत्याशी बनाई गई हैं। लांबा कांग्रेस की एक तेज तर्रार प्रवक्ता हैं। उन्हें न्यूज चैनलों और राजनीतिक प्रेस क्रान्फ्रेंस में बोलते देखा जाता है। दिल्ली में वे कांग्रेस पार्टी की ओर से बात रखती नजर आती रहती हैं। ऐसे ही एक बार एक नामी-गिरामी न्यूज चैनल पर हो रही डिबेट में अलका लांबा काफी भड़क गई थी। मुद्दा महिला सुरक्षा का था, महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का था, जिस पर अलका लांबा अपनी बात सीना ठोंककर रखती नजर आईं। उन्होंने न्यूज एंकर को भी जमकर लताड़ दिया था। इसके बाद रातोरात वे सुर्खियों में रही और उनके नाम का हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे।
Asianet News Hindi | Published : Jan 22, 2020 5:41 AM IST / Updated: Jan 22 2020, 12:04 PM IST
साल 2019 के आखिरी महीने दिसंबर की शुरुआत में हैदराबाद में गैंगरेप कर एक लड़की दिशा (काल्पनिक नाम) को जिंदा जला दिया गया था। इस मामले पर न्यूज चैनल पर डिबेट चल रहा था। जिसका एक छोटा क्लिप सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।
इस वीडियो में अलका लांबा एक लाइव टीवी शो में दिख रही थीं। लाइव टीवी शो में डिबेट का मुद्दा था भारत में बढ़ते महिलाओं के प्रति अपराध और हैदाराबाद की 26 वर्षीय महिला डॉक्टर गैंगरेप और हत्या का मामला।
इसी मुद्दे पर बात करते हुए विधायक लांबा ने टीवी एंकर को चुप कराया दिया। लांबा ने जिस बेबाकी के साथ अपनी बात रखी ट्विटर पर लोगों को वह काफी पसंद आया।
उन्होंने ये तक कह दिया कि, "मेरी कोई बेटी नहीं है, बेटा है लेकिन वो किसी की तरफ गंदी नजर उठाकर देखेगा तो सबसे पहले सजा दने वाली मैं होउंगी किसी मां को सजा मांगनी नहीं पड़ेगी।"
इसके बाद हैशटैग #AlkaLamba ट्रेंड करने लगा। इस ट्रेंड के साथ लोग अलका लांबा की वाहवाही करने लगे। इस लाइव टीवी शो में निर्भया की मां भी पैनल गेस्ट में मौजूद थीं।
लांबा वीडियो में कहती हुई दिख रही थीं, ''एक मां हूं और बेटे की मां हूं। भगवान ना करे ऐसा हो लेकिन अगर मेरे बेटे ने किसी को आंख उठाकर भी देखा तो उसको सबसे पहले सजा मैं दूंगी। किसी को सजा मांगनी नहीं पड़ेगी, आपको बोलना नहीं पड़ेगा।''
लाइव टीवी शो में अलका लाम्बा ने जिस तरीके से अपनी बात रखते हुए एंकर को धो डाला था। उन्होंने कहा आप (टीवी चैनल्स) अपना एजेंडा चलाते हो।
एक दोषी पर बात करते हो लेकिन सरकार में बैठे मंत्री अगर बलात्कारी हों और दोषी हों तो बात नहीं करते। उन्होंने बीजेपी सरकार के कुछ मंत्रियों के नाम लेकर उन पर चल रहे अपराधिक मुकदमों की भी गिनती करवाई।
लांबा ने अपराधिक मामलों में लिप्त मंत्रियों के जुने जाने पर जनता को लानतें भेजी। उन्होंने कहा कि, किसी बलात्कार पीड़िता का नाम मीडिया ही उजागर करती है, हमें नहीं पता होता। उन्होंने फिर ये भी कहा कि, महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर दुख होता है लेकिन ऐसी जनता पर भी लानत है जो अपराधी मंत्रियों को चुनकर संसद भेज देती है फिर उनसे न्याय और मदद की उम्मीद रखती है।