दिल्ली चुनाव लड़ने की बात पर चीख उठीं निर्भया की मां, बेटी के साथ हुई हैवानियत का फायदा उठाओगे?
नई दिल्ली. निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों की फांसी पर दुनिया भर में चर्चा है। निर्भया गैंगरेप के मामले में 7 साल बाद चारों दोषियों का फांसी का फरमान जारी हो गया है। कोर्ट ने अब 1 फरवरी 2020 को सुबह 6 बजे फांसी की तारीख तय की है। इन सब के बीच निर्भया की मां आशा देवी के दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने अटकलें चल रही हैं। इन अटकलों पर अब आशा देवी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बेटी के न्याय के लिए लड़ रही एक मां का दिल राजनीति की बातों पर चीख उठा। उन्होंने दिल्ली चुनाव लड़ने की बात पर राजनीतिक पार्टियों के खेल की सारी पोल खोल दी।
Asianet News Hindi | Published : Jan 18, 2020 8:03 AM IST / Updated: Jan 18 2020, 01:38 PM IST
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2020 की घोषणा हो चुकी है। 8 फरवरी को मतदान होने हैं वहीं 11 को नतीजे आएंगे। इसके लिए तमाम राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने के लिए घोषणाएं कर रही हैं।
कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और भाजपा दिल्ली गैंगरेप केस लड़ रही निर्भया की मां आशा देवी की पॉप्युलैरिटी और उनसे जुड़ी जनता की संवेदना को भुनाने की कोशिशों में लगी हैं। खबरें हैं कि, आशा देवी को चुनाव में उतारने के लिए पार्टियां उनसे संपर्क साध रही हैं।
इस पर आशा देवी गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, "घटना के बाद से अब तक, मैंने कभी राजनीति के बारे में बात नहीं की, लेकिन अब मैं कहना चाहती हूं कि वे लोग जो साल 2012 में मेरी बेटी के हक़ के लिए सड़कों पर विरोध करते थे, प्रोटेस्टे में शामिल होते थे आज वहीं राजनीति कर रहे हैं। ये लोग पूरी तरह मेरी बेटी के साथ हुई हैवानियत के मुद्दे को अपने राजनीतिक फायदे के लिए भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।
उनका कहना था कि राजनीतिक फायदे के लिए चारों दोषियों की फांसी को रोका गया है। निर्भया की मां ने कहा कि जब 2012 में ये घटना हुई थी, तो इन्हीं लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया, हाथ में काली पट्टी बांधी और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खूब रैलियां कीं, खूब नारे लगाये।
आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कोई कह रहा है कि आपने रोक दिया, कोई कह रहा है कि हमें पुलिस दे दीजिए मैं दो दिन में दिखाऊंगा। अब मैं जरूर कहना चाहूंगी कि इन लोगों ने अपने फायदे के लिए दोषियों की फांसी रोक रखी है।
बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद ने एक ट्वीट कर लोगों को हैरान कर दिया था। ये ट्वीट देखते-देखते वायरल हो गया दिल्ली कांग्रेस के नेता कीर्ति आजाद ने ट्विटर पर लिखा ''ऐ मां तुझे सलाम" आशा देवी जी आपका स्वागत है।
आजाद के इस ट्वीट के बाद निर्भया की मां आशा देवी के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई। कहा गया की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली सीट से निर्भया की मां कांग्रेस उम्मीदवार हो सकती है, लेकिन जल्द ही निर्भया की मां ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इस खबर का खंडन कर दिया।
उन्होंने किसी भी पार्टी की ओर से दिल्ली चुनाव लड़ने की बात पर इनकार किया है। इधर आशा देवी ने कहा कि, वो एक ही लड़ाई लड़ रही हैं अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने की उनका चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है।
वहीं निर्भया के दोषियों की फांसी पर सीनियर वकील इंदिया जयसिंह ने चारों दोषियों को माफ कर देने की अपील की। उन्होंने कहा कि, निर्भया की मां को इंदिरा गांधी की तरह बेटी के हत्यारो को माफ कर देना चाहिए, हम फांसी और मौत की सजा के खिलाफ हैं। इस पर आशा देवी भड़क गईं और कहा- भगवान के कहने पर भी माफ नहीं करूंगी।