ट्रेनिंग में मुलाकत, प्यार फिर शादी; सुनीता के बिना अरविंद केजरीवाल कभी नहीं बन पाते दिल्ली CM
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव घोषित हो गए हैं। इसी बीच राजधानी में सत्ताधीन पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार चर्चा में हैं। अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक सफर जितना दिलचस्प है उतनी ही उनकी पारिवारिक जिंदगी भी। दिल्ली सीएम ने लव मैरिज की है और उनका भरा-पूरा परिवार है। वह सिविल सेवा में कार्यरत रहे हैं और उनकी पत्नी भी अफसर थीं। आज हम आपको दिल्ली सीएम की रोमांचक लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं......।
Asianet News Hindi | Published : Jan 12, 2020 5:44 AM IST / Updated: Jan 12 2020, 11:40 AM IST
अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल के प्यार की कहानी दिल छू देने वाली है। सीधे-साधे नजर आने वाले सीएम केजरीवाल अपनी पत्नी को प्रपोज करने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाए थे। ये बात खुद केजरीवाल ने अपनी लव स्टारी सुनाते वक्त साझा की थी।
अरविंद केजरीवाल और सुनीता केजरीवाल का प्यार ट्रेनिंग के दौरान शुरू हुआ। भारतीय राजस्व सेवा की परीक्षा पास करने के बाद अरविंद और सुनीता नागपुर स्थित राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में पहली बार मिले। धीरे-धीरे दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगीं। वो दोनों साथ घंटों वक्त बिताने लगे। पर अभी तक किसी ने अपने दिल की बात नहीं की थी।
दिन गुजरते गए लेकिन अरविंद केजरीवाल कई दिनों तक सुनीता को प्रपोज करने की हिम्मत नहीं हो पाई। प्यार का इजहार करने में उन्हें कई महीने लग गए। फिर एक दिन उन्होंने हीरो टाइप अंदाज में पत्नी को प्रपोज कर दिया। ये किस्सा खुद उन्होंने एक इंटरव्यू में सुनाया।
एक बार मीडिया को बताते हुए उन्होंने कहा था, 'एक दिन अकादमी में मैंने उनका दरवाजा खटखटाया और उनके सामने प्रेम प्रस्ताव रख दिया।' मुझे नहीं पता था कि सामने से क्या जवाब आएगा लेकिन उन्होंने भी हां कर दिया तो दिल में लड्डू फूट पड़े।
दरअसल सुनीता भी केजरीवाल को पसंद करती थीं। इसलिए उन्होंने तुरंत हां कर दी। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्होंने सुनीता को प्रपोज किया उन्होंने झट से उन्हें इस रिश्ते के लिए हां कर दिया।
सुनीता को अरविंद केजरीवाल के भीतर एक साफ दिल वाला साहसी और निष्पक्ष व्यक्ति नजर आया। सुनीता हमेशा चाहती थीं कि उनका लाइफ पार्टनर ईमानदार होने के साथ देशसेवा को भी प्राथमिकता देने वाला हो। दोनों राजस्व सेवा में चयनित हो चुके थे इसलिए दोनों के परिवार वालों ने आसानी से इस रिश्ते के लिए हां कर दिया था। फिर शादी तक बात पहुंच गई।
साल 1994, अगस्त में अरविंद केजरीवाल और सुनीता की सगाई हुई। जबकि साल 1994 में आईआरएस के प्रशिक्षण के दौरान दोनों विवाह बंधन में बंध गए। साल 1995 में दोनों अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद दिल्ली आ गए।
शादी के एक साल बाद अरविंद केजरीवाल और सुनीता के घर बेटी हर्षिता का जन्म हुआ। इसके बाद साल 2001 में उनके घर बेटे पुलकित का जन्म हुआ। हर्षिता और पुलकित दोनों ही पढ़ाई में काफी समझदार बच्चे हैं।
अरविंद केजरीवाल की न सिर्फ लव स्टोरी बल्कि पत्नी के त्याग के भी किस्से हैं। केजरीवाल खुद पत्नी को घर संभालने पर पब्लिक में शुक्रिया कह चुके हैं। उनकी पत्नी ने केजरीवाल के दिल्ली सीएम बनने के बाद अपनी अफसर की नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। वह हर सुख-दुख में केजरीवाल के साथ चट्टान बनकर खड़ी रही हैं।