जहरीली बिरयानी खिलाकर लोगों को नामर्द बना रहा ये ठेलेवाला, सोशल मीडिया पर ऐसे खुली पोल
नई दिल्ली. बिरयानी सभी को पसंद होती है खासतौर पर जो लोग नॉनवेज खाना पसंद करते हैं उनके लिए बिरयानी फेवरेट होती है। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक जहरीली बिरयानी वाली खबर तेजी से फैल रही है। फेसबुक, ट्विटर जैसे सभी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर एक ठेले वाले की खबर सामने आई है। दावा किया जा रहा है कि, ये ठेलेवाला अपनी बिरयानी खिलाकर हिंदुओं का नपुंसक बना रहा है। फैक्ट चेक मेंआइए जानते हैं वायरल हो रही इस खबर की पूरी सच्चाई आखिर क्या है...
सोशल मीडिया पर इस ठेलेवाले की बिरयानी और फोटोज जमकर शेयर की जा रही है। हर दूसरा शख्स इसकी बिरयानी न खाने की चेतावनी दे रहा है।
ट्विटर यूजर आरडी सिंह ने इन फोटोज को शेयर किया है। कैप्शन लिखते हुए दावा किया कि, " इस ठेले पर बिरयानी को मुस्लिमों और हिंदुओं के लिए अलग-अलग बर्तन में पकाया जाता है। हिंदुओं के लिए बनी बिरयानी में ये ठेलेवाला गोलियां मिला देता है जो आदमी को नपुंसक बना देती हैं। कोयम्बटूर में रेहमान बिस्मिल्लाह नाम का ये शख्स माशा अल्लाह नामक रेस्तरां में ऐसी बिरयानी बेचते हुए पकड़ा गया था। ऐसे लोगों से बचें। "
सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में दावा किया गया कि, तमिलनाडु के कोयम्बटूर में माशा अल्लाह नाम का एक रेस्टोरेंट हैं। जहां रेहमान बिस्मिल्लाह नाम का ये शख्स बिरयानी बेचता है। वो मुसलमानों और हिंदुओं के अलग-अलग बिरयानी रखता है और हिंदुओं को दी जाने वाली बिरयानी में जहरीली दवाएं मिला देता है जिससे हिंदू नपुंसक बन जाएं।
अब बात आती है कि, क्या वाकई भारत के तमिलनाडु में ऐसा कोई मामला सामने आया है क्या? तो हम आपको बता दें कि नहीं, ऐसा कोई मामला भारत में सामने नहीं आया है।दरअसल बिरयानी वाले शख्स की तस्वीर बांग्लादेश की है उसने ये फोटो 30 जून, 2016 की है और YouTube हमें एक वीडियो मिला जिसमें ये लोग एक कॉलेज फेस्टिवल में भारतीय मुस्लिम त्यौहार को सेलेब्रेट करने के लिए दम बिरयानी बनाना सीख रहे थे।" वायरल पोस्ट में दिखाई जा रही दवाइयों की फोटोज डेली मिरर की खबर की हैं जब श्रीलंका में एक पिता और बेटे को कोलंबो पुलिस ने अवैध रूप से नशीली दवाओं के भंडारण के लिए गिरफ्तार किया था। दो अलग तस्वीरों को जोड़कर ये वायरल फर्जी पोस्ट बनाई गई है।
दिल्ली हिंसा के मद्देनजर जानबूझकर सांप्रदायिक माहौल खराब करने के लिए ऐसी पोस्ट वायरल की जा रही हैं। कोयंबटूर सिटी पुलिस ने भी आरडी सिंह के मूल ट्वीट का जवाब दिया, "किसी को भी इस ट्वीट हैंडल पर विश्वास नहीं करना चाहिए क्योंकि यह फर्जी खबर फैला रहा है।" इसके बाद यूजर ने अपना ट्वीट डीलिट कर दिया था।