फैक्ट चेक पड़ताल
सबसे पहले हमने फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। लेकिन. ऐसी कोई खबर हमें नहीं मिली। जिससे स्पष्ट होता हो कि फोटो कब और कहां की है। चूंकि दावा बिहार से जुड़ा हुआ था। इसलिए हमने हाल ही में बिहार की ऐसी घटना से जुड़ी खबर तलाशनी शुरू की। जिसमें गंगा नदी में लाश बहाई गई हो। इस दौरान हमें हिंदुस्तान टाइम्स के ई-पेपर पर पटना संस्करण में 8 जुलाई यानी दो दिन पहले प्रकाशित की गई एक फोटो मिली। जिसे फोटोग्राफर परवाज खान ने लिया है। ये वही फोटो है, जो वायरल हो रही है।
फोटो के कैप्शन का हिंदी अनुवाद है - पटना मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने मंगलवार को गंगा में काली घाट के पास लावारिस शव को बहा दिया। यहां गौर करने वाली बात ये है कि असल में मामला एक लाश से जुड़ा है। जबकि सोशल मीडिया पर दावा है कि कोविड19 मरीजों की कई लाशें गंगा में बहाई गईं। इस तरह दावा यहीं से भ्रामक साबित हो गया।