FACT CHECK. लॉकडाउन से खाली सड़क पर आकर बैठ गए हिरण, कहां का है ये अद्भुत नजारा?
नई दिल्ली. कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया हुआ है। अमेरिका में लगातार इससे मौतें हो रही हैं। भारत में भी कोरोना के प्रकोप पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। इस बीच शहर खाली हो गए हैं। लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर खाली शहरों में जानवरों के कब्जे करने की खबरें सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर कोयम्बटूर के ऊटी में खाली सड़कों पर हिरणों के बैठे होने की तस्वीर हो रही है।लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद जब इंसान घर में कैद हो गए तो जानवरों ने आकर अपनी जमीनों पर कब्जा कर लिया। पर गूगल रिवर्स सर्च इमेज में इस वायरल तस्वीर से जुड़ी असली कहानी सामने आ गई। फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं कि इस फोटो से जुड़ी सच्चाई क्या है?
Asianet News Hindi | Published : Mar 30, 2020 8:46 AM IST / Updated: Apr 07 2020, 01:17 PM IST
फेसबुक और ट्विटर पर कई भारतीय यूज़र्स ने सड़क पर बैठे हिरणों की तस्वीर शेयर की है। कहा जा रहा है– “ऊटी-कोयम्बटूर के रास्ते पर उनके असली मालिकों ने कब्ज़ा कर लिया” दावा है कि लॉकडाउन का आदेश जारी होने के बाद इंसानों का आना-जाना बंद हो गया और सड़क पर हिरण जा बैठे हैं।
वायरल पोस्ट क्या है? पद्म श्री विजेता और पत्रकार मृणाल पांडे ने इस वायरल तस्वीर को ट्वीट किया है। पांडे के ट्वीट को 1900 बार रीट्वीट और 11,000 से ज़्यादा बार लाइक किया जा चुका है। IPS एचजीएस धालीवाल ने भी वायरल तस्वीर को शेयर किया हैं।
क्या दावा किया जा रहै ? हिरणों की फोटो के साथ दावा किया गया कि, “ऊटी-कोयम्बटूर के रास्ते पर उनके हिरणों ने कब्ज़ा कर लिया। लॉकडाउन का आदेश जारी होने के बाद इधर इंसानों का आना-जाना बंद हो गया और सड़क पर हिरण बैठे हैं। हिरण सड़क पर आराम फरमाते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर हिरणों को देख लोगों ने खुशी जाहिर की। कुछ ने कहा कि जानवरों को देखते ही लोग पत्थर मारते हैं लेकिन लॉकडाउन के बाद इन हिरणों को पत्थर मारने कोई बाहर नहीं आएगा, वो चैन से आराम फरमाएं।
दावे की सच्चाई क्या है? फोटो के वायरल होने के बाद हमने इसकी जांच पड़ताल की। गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि इसे 2014 में ‘जापान टुडे‘ और ‘SoraNews24‘ ने प्रकाशित किया था। रिपोर्ट के मुताबिक ये तस्वीर जापान के नारा पार्क की है। ये पार्क पॉप्युलर टूरिस्ट स्पॉट है और हिरणों की आबादी के कारण जाना जाता है। इसके अलावा तस्वीर में एक बोर्ड दिखाई देता है, जिसमें जापानी भाषा में कुछ लिखा हुआ है। इससे साफ़ हो जाता है कि ये तस्वीर भारत की नहीं है।
नारा सिटी टूरिज़्म असोसिएशन (NCTA) के मुताबिक “नारा पार्क बड़े इलाके में फ़ैला हुआ है। यहां पौराणिक मान्यताओं के कारण हिरणों को पवित्र जानवर माना जाता है। इसीलिए इन्हें वर्षों से यहां सुरक्षित रखा गया है।”
ये निकला नतीजा- इस तरह सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत और भ्रामक है। ये हिरण “ऊटी (कोयम्बटूर) तो क्या भारत के ही नहीं हैं। ये तस्वीर भारत से जुड़ी नहीं है वहीं कोरोना लॉकडाउन से भी इसका कोई लेना-देना नहीं है। कोरोना और लॉक डाउन से जुड़ी फर्जी खबरों से सचेत रहें।