क्या सुप्रीम कोर्ट कहा- कोई मुसलमान नहीं कर सकता हिंदू महिला से शादी ? जानें वायरल पोस्ट की सच्चाई
फैक्ट चेक. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि मुस्लिम पुरुष हिंदू महिला से विवाह नहीं कर सकेगा। एक फोटोशॉप इमेज शेयर की जा रही है। फैक्ट चेक में जानिए आखिर सच क्या है?
Asianet News Hindi | Published : Sep 4, 2020 10:53 AM IST / Updated: Sep 04 2020, 05:48 PM IST
माननीय सुप्रीम कोर्ट के नाम ये फर्जी पोस्ट शेयर की जा रही है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक पेज हिन्दू भगवाधारी पर यह पोस्ट शेयर की गई है, जिसमें लिखा गया है: राम राज्य की ताकत, सुप्रीम कोर्ट का आदेश, मुस्लिम पुरुष नहीं कर सकेगा हिन्दू महिला से विवाह, नहीं तो होगी बड़ी कार्यवाही, सही फैसला जय श्री राम।
फैक्ट चेक
वायरल पोस्ट में किए जा रहे दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर ढूंढा, लेकिन हमें वायरल पोस्ट में किए गए दावे की पुष्टि करती कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। अगर सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह का कोई फैसला सुनाया होता तो यह ऐतिहासिक फैसला होता और यह मीडिया में सुर्खियां बटोरता।
हमने सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर भी देखा, लेकिन वहां भी हमें लेटेस्ट जजमेंट्स में ऐसे किसी फैसले की कॉपी नहीं मिली। सुप्रीम कोर्ट की वकील स्नेहा सिंह ने बताया कि उनके पास सुप्रीम कोर्ट में होने वाले फैसलों की सूचना रोज आती है, लेकिन इस तरह का कोई फैसला सुप्रीम कोर्ट ने नहीं सुनाया है। वायरल हो रहा पोस्ट पूरी तरह से फर्जी है।
ये निकला नतीजा
सुप्रीम कोर्ट ने नहीं कहा कि मुस्लिम पुरुष हिंदू महिला से शादी नहीं कर सकता, वायरल पोस्ट फर्जी है।
बीते दिनों कपिल मिश्रा की फैमिली को लेकर लव जेहाद के दावे किए गए। सोशल मीडिया पर एक कपल की फोटोज भी वायरल हुईं।
रियलिटी में ये कपल की फोटो थीं। अशिता और शकील की शादी मैसूर में 17 अप्रैल, 2016 को हुई थी। शादी का विरोध होने की वजह से शादी में पुलिस का पहरा भी था। खबरों के मुताबिक, शादी के कुछ दिनों पहले अशिता ने अपना धर्म बदलकर इस्लाम अपना लिया था और उनका नाम शाइस्ता सुल्तान हो गया था। द इंडियन एक्सप्रेस और एनडीटीवी ने भी इस शादी को लेकर खबर की थी। सोशल मीडिया पर ये फोटोज गलत दावे के साथ शेयर की गईं।