Whatsapp पर केजरीवाल संग PM की फोटो शेयर की तो होगी जेल; मैसेज पर मचा हड़कंप, जान लें सच्चाई
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते राज्य में चुनाव प्रचार जारी है। इस बीच सोशल मीडिया पर पार्टी समर्थक अपने तरीके से प्रमोशन में जुट गए हैं। ट्विटर, फेसबुक पर एक मैसेज जमकर वायरल हो रहा है जिसमें कुछ चुनिंदा नेताओं की तस्वीरें शेयर करने पर पुलिस उठाकर ले जा रही है। दावा किया जा रहा है कि, कुछ राज्यों में पुलिस ने 260 व्हाट्सएप एडमिन को जेल में डाल दिया क्योंकि उन्होंने ग्रुप में अरविंद केजरीवाल, पीएम नरेंद्र मोदी और सोनिया गांधी की तस्वीरें साझा की थीं। ट्विटटर पर धड़ल्ले से वायरल हो रहे इस मैसेज की सच्चाई जान आपके भी होश उड़ जाएंगे....................।
Asianet News Hindi | Published : Jan 10, 2020 8:31 AM IST / Updated: Jan 10 2020, 02:04 PM IST
दावा किया जा रहा है कि, दिल्ली चुनाव के मद्देनजर पुलिस व्हाट्सएप ग्रुप की निगरानी कर रही है। अगर आपने ग्रुप में राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें शेयर की तो पुलिस की कार्रवाई हो सकती है।
इसमें एडमिन को सलाह दी गई है कि अगर ऐसा हो रहा है तो तुरंत ग्रुप को बंद कर दें। या ऐसे लोगों को ग्रुप से निकाल दें।
एक लंबी पोस्ट लिखी गई है जिसे शेयर किया जा रहा है, पोस्ट में लिखा है, सभी ग्रुप के लोगों से अपील की जाती है कि, वो किसी भी राजनेता जैसे सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पीएम मोदी, अरविंद केजरीवाल आदि की गलत, राजनीतिक या जोक्स वाली तस्वीरें साझा न करें।
मुंबई, पुणे, चेन्नई में 260 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन को गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में इसी मैसेज को पहली और आखिरी चेतावनी समझें। पोस्ट में 7 साल जेल की सजा भी बताई गई है।
अब बात ये है कि क्या वाकई सभी राज्यों की पुलिस व्हाट्सएप ग्रुप की निगरानी कर रही है? या नेताओं की तस्वीरें शेयर करने पर जेल में डाला जा रहा है? नहीं ऐसा कोई सोशल मीडिया निगरानी दिल्ली तो क्या किसी राज्य की पुलिस नहीं कर रही है।
दिल्ली चुनाव के मद्देनजर सरकार द्वारा ऐसी कोई गाइडलाइंस या नियम की घोषणा भी नहीं की गई है। आपको बता दें कि, यह पहली बार नहीं है जब इस तरह के मैसेज वायरल हुए हैं। इससे पहले जुलाई 2018 में यही मैसेज खूब शेयर किया गया था। यही मैसेज साल 2018 में वायरल हुआ था यही अब साल 2020 में शेयर किया जा रहा है। इससे जुड़ी सैकड़ों पोस्ट हमें फेसबुक ट्विटर पर मिलीं।
इसके अलावा हम आपको बता दें कि, व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन को तब गिरफ्तार किया जा सकता है, जब वह कोई हेट स्पीच शेयर करने, दंगे भड़काने, सांप्रदायिक आपत्तिजनक बातें लिखने का आरोपी या दोषी हो। इसके लिए 7 साल की जेल की सजा का भी प्रावधान नहीं है। इससे पहले कई ग्रुप एडमिन को अरेस्ट किया गया है। हालांकि किसी राजनेता की तस्वीर शेयर करने के लिए मुंबई, पुणे, चेन्नई में 260 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन को गिरफ्तार करने की कोई खबर मीडिया में सामने नहीं आई है। ऐसे में इस फेक वायरल मैसेज पर भरोसा करना मूर्खता होगी।