लाइफस्टाइल डेस्क : वह कहावत तो आपने सुनी होगी कि "खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है?" कुछ इसी तरह से पाकिस्तान में रहने वाली मनीषा रूपेता (Manisha rupeta) ने भी अपने आप को इतना बुलंद किया कि वह एक ऐसे देश में डीएसपी बनी है, जहां पर महिलाओं को आज भी ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती है। जी हां, हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के जकूबाबाद की, जहां पर लड़कियों को पढ़ने-लिखने की आजादी भी नहीं होती। ऐसे में मनीषा ने खुद को इतना सशक्त बनाया कि वह आज पाकिस्तान की पहली भारतीय हिंदू महिला डीएसपी बनी है। आइए आज हम आपको मिलवाते हैं मनीषा रूपेता से...