हम मरने वाले हैं आकर बचा लो...बाहर से बंद था ताला, अंदर जिंदा जल रहे लोगों ने फोन कर ऐसे दी खबर
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी स्थित तीन मंजिला इमारत में आग लग गईं। 43 लोगों की मौत हो गई है। करीब 56 लोग घायल हैं। इमारत के अंदर अवैध फैक्ट्रियां चल रही थीं, जहां प्लास्टिक के मटेरियल बनते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाहर से ताला लगा था और अंदर मजदूर सो रहे थे। मृतक के परिजनों ने बताया कि उनके पास फोन आया कि हम मरने वाले हैं आकर बचा लो। यह सुनकर ही परिजन मौके पर पहुंचे, वहां देखा तो बाहर से ताला लगा था। फिलहाल मामले की जांच चल रही है कि हादसा कैसे हुआ।
Asianet News Hindi | Published : Dec 8, 2019 7:31 AM IST / Updated: Dec 08 2019, 01:16 PM IST
परिजनों ने क्या कहा? : घटना स्थल में पहुंचे परिजनों ने बताया कि उनके पास सुबह सुबह फोन आया कि चारों तरफ आग लगी हुई है। बचने की कोई उम्मीद नहीं है। वहीं दूसरे परिजन का कहना है कि एक तरफ लोग जल रहे थे तो कुछ लोग फोन कर परिजनों को खबर दे रहे थे।
खिड़की के जाल काटकर रेस्क्यू : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फैक्ट्री में 12 से 15 मशीने लगाई गई थीं। जहां पर आग लगी, वहां पर गलियां इतनी संकरी हैं कि दमकल की गाड़ियां वहां नहीं पहुंच सकीं। दमकलकर्मियों ने पीछे की खिड़की के जाल को काटकर लोगों को रेस्क्यू किया।
5-5 लाख रुपए मुआवजा : दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और अनुराग ठाकुर ने मौके पर जाकर घटना के संबंध में जानकारी ली और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया।
केजरीवाल ने 10-10 लाख रुपए मुआवजा का ऐलान : मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मृतकों को 10- 10 लाख का मुआवजा, घायलों को 1- 1 लाख के साथ मुफ्त इलाज का ऐलान किया।