रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क ने दावा किया है कि उनके पास डॉ. सुधीर गुप्ता के साथ की व्हाट्सएप चैट भी हैं, जिसमें उन्होंने फोरेंसिक पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, कूपर के पांच डॉक्टरों के पैनल ने शव परीक्षण किया...केवल एक जूनियर स्तर के फॉरेंसिक डॉक्टर हैं... बाकी 4 सिर्फ मेडिकल ऑफिसर हैं। पैनल को मानदंडों के अनुसार फोरेंसिक विशेषज्ञ का होना चाहिए। मेडिकल बोर्ड का गठन किसने किया? क्या औचित्य था?