दरअसल, इंग्लैंड के ब्रिस्टल शहर में रहने वाले सिविल सर्वेंट ल्यूक विलियमसन के साथ ऐसा ही हुआ। वे अपने परिवार के साथ रहते हैं। ब्रिटेन में लगे लॉकडाउन के वक्त ल्यूक को लगा कि वे कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। उन्हें ऐसा लगता था कि अगर वे ज्यादा से ज्यादा पानी पीएंगे तो ठीक हो जाएंगे।