20000 पशुओं के कटे सिर से शुरू होती है TMC के इस लीडर की स्टोरी, सरेआम घर जलाने की धौंस देता था

कोलकाता. केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने गौ तस्करी के लिए बदनाम TMC लीडर अनुब्रत मंडल(Anubrata Mondal) को छापामार कार्रवाई के बाद अरेस्ट किया है। मंडल को 10 बार नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं पहुंचे। CBI की टीम तीन दिनों से कोलकाता में डेरा डाले बैठी थी। TMC के बाहुबली नेताओं में शुमार अनुब्रत का नाम पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर सबसे बड़े गौ तस्कर के रूप में जाना जाता है। इनकी दबंगई के कई किस्से चर्चाओं में रहे हैं। पहले बता दें कि सीबीआई ने 2020 में पशु तस्करी के मामले में एक केस दर्ज किया था। FIR में तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल का नाम भी सामने आया था। सीबीआई के मुताबिक 2015 से 2017 के दौरान बीएसएफ ने 20,000 पशुओं के सिर बरामद किए थे। इनकी सीमा पार तस्करी होनी थी। इस मामले में मंडल का बॉडीगार्ड हुसैन पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।  इधर, कोयला तस्करी से जुड़े मामले में ED ने 8 IPS को समन भेजा है। वही, बंगाल SSC के पूर्व सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा और SSC के पूर्व अध्यक्ष अशोक साहा को 17 अगस्त तक CBI हिरासत में भेजा गया। उन्हें पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में कल CBI ने गिरफ्तार किया था।  आगे पढ़िए अनुब्रत मंडल से जुड़े कुछ अन्य महत्वपूर्ण फैक्ट्स...

Amitabh Budholiya | Published : Aug 11, 2022 7:25 AM IST / Updated: Aug 11 2022, 02:56 PM IST

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20000 पशुओं के कटे सिर से शुरू होती है TMC के इस लीडर की स्टोरी, सरेआम घर जलाने की धौंस देता था

सीबीआई अधिकारी राजीव मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम 5 से 6 गाड़ियों के काफिले के साथ अनुब्रत मंडल के घर पहुंची थी। एजेंसी ने कुछ देर पूछताछ के बाद मंडल को अरेस्ट कर लिया।

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अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी से ममता बनर्जी सरकार के सामने एक नया संकट खड़ा हो सकता है। वे पहले ही शिक्षा भर्ती घोटाले के कारण निशाने पर हैं।

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अनुब्रत मंडल के बोलपुर स्थित घर पर छापे की खबर सुनकर भारी भीड़ जमा हो गई थी। सीबीआई अधिकारी 10-12 वाहनों का काफिला लेकर उनके घर पहुंचे। टीम ने अनुब्रत का घर घेर लिया। फिर सीबीआई अधिकारी घर में घुसे और दरवाजा बंद कर लिया।

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सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर रैंक के सीनियर आफिसर्स मामले की निगरानी के लिए मंगलवार से कलकत्ता में डेरा डाले हुए हैं। मंडल ने खराब हेल्थ का हवाला देकर CBI के सामने पेश होने में असमर्थता जताई थी।

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अणुव्रत मंडल को केष्टो मंडल के नाम से भी जाना जाता है। वह बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख हैं। मंडल डब्ल्यूबीएसआरडीए के चेयरमैन भी हैं। वे कई विवादों में घिरे रहे हैं। 1960 के दशक में जन्मे अणुव्रत मंडल बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में एक हैं।
 

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जुलाई, 2013 में जब बंगाल में पंचायत चुनाव हुए थे, तब अणुव्रत मंडल ने तृणमूल कार्यकर्ताओं से खुलेआम कहा था कि वो पुलिस पर बम फेंकें और निर्दलीय उम्मीदवारों के घरों को जला दें।
 

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यह तस्वीर अनुब्रत मंडल, उनकी पत्नी फिरता और बेटी सुकन्या की है। जनवरी, 2020 में मंडल की पत्नी चिरता मंडल का निधन हो गया था।वे लंबे समय से बीमार थीं। उन्हें कैंसर था।

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सीबीआई और ईडी ने बीरभूम में 3 अगस्त को भी छापा मारा था। टीम ने नानूर के बसापारा के सतरा गांव में जिला परिषद के कार्य निदेशक और तृणमूल नेता करीम खान के घर की तलाशी ली थी। यह तस्वीर अनुब्रत मंडल के घर की है।

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