8 दिसंबर को हवलदार सतपाल राय का पार्थिव शरीर अपने पैतृक स्थल पश्चिम बंगाल के तकदाह पहुंचा। शहीद के बेटे ने बताया-मैंने उनसे आखिरी बार बात तब की थी, जब वो हेलिकॉप्टर में थे, कभी सोचा भी नहीं था, ऐसा भी होगा। बिकल राय इस समय दिल्ली में तैनात हैं। सतपाल और बिकल दिल्ली में बमुश्किल 15 मिनट की ड्राइव दूरी पर रहते थे। लेकिन आखिरी मुलाकात 3 दिसंबर को हुई थी।
(तस्वीर: लेफ्ट से बिकल राय और उनके शहीद पिता सतपाल राय)