मां रेडियो एनाउंसर और पत्नी टीचर, 2 बेटियों के पिता है थल सेना प्रमुख मनोज नरवणे, देखें Photos
नई दिल्ली. जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को थल सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला। उन्होंने जनरल बिपिन रावत का स्थान लिया है। जनरल नरवणे इससे पहले उप सेना प्रमुख रह चुके हैं। नरवणे देश के 28वें सेना प्रमुख हैं। नरवाणे जनरल रावत के बाद सबसे सीनियर अफसर हैं, वे 2022 तक सेना में अपनी सेवाएं देंगे। कुछ दिनों पहले ही जनरल मनोज नरवाणे ने पुणे में आयोजित एक बुक लॉन्च इवेंट में कहा था, इंटेलिजेंस की दुनिया ग्लैमरस नहीं होती है जैसा कि फिल्मों में दिखाया जाता है। जेम्स बॉन्ड, बंदूकें और लड़कियां, इसमें ऐसा नहीं होता है।
Asianet News Hindi | Published : Dec 31, 2019 9:02 AM IST / Updated: Dec 31 2019, 02:36 PM IST
मां रेडियो में एनाउंसर : जनरल मनोज मुकुंद नरवणे की मां ऑल इंडिया रेडियो में एनाउंसर थीं। पत्नी पेशे से टीचर हैं। वे 25 साल से पढ़ाने का काम कर रही हैं। मनोज नरवणे दो बेटियों के पिता हैं।
मराठी परिवार में हुआ जन्म : जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का जन्म मराठी परिवार में 22 अप्रैल 1960 को हुआ। पिता इंडियन एयर फोर्स में अफसर थे और विंग कमांडर की पोस्ट से रिटायर हुए।
ब्राह्मण परिवार में जन्में नरवणे ने नेशनल डिफेंस अकेडमी पुणे और इंडियन मिलिट्री अकेडमी देहरादून में शिक्षा ली है। वे जून 1980 में सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट की 7 वीं बटालियन में शामिल हुए।
नरवणे 1987 में श्रीलंका में ऑपरेशन पवन में पीस कीपिंग फोर्ट का हिस्सा थे। वे नगालैंड में असम राइफल्स के इंस्पेक्टर जनरल भी रह चुके हैं। नरवाणे को चीन मामलों की भी अच्छी जानकारी है।
वाइस आर्मी चीफ बनने से पहले नरवाणे सेना के उत्तरी कमांड के प्रमुख थे। उन्होंने सेना में चार दशक दिए हैं। कश्मीर से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक के राज्यों में उन्होंने आतंकी गतिविधियों को रोकने में अहम भूमिका निभाई है।