शहीद दीपक के पिता बताते हैं कि जब वो बीजापुर के अस्पताल पहुंचे, तब जवानों के शव लाए जा रहे थे। उन्हें देखकर दिल बैठा जा रहा था। छठवें नंबर पर दीपक का शव था। उसे देखकर उनके दिल पर क्या बीती, बयां नहीं कर पाए। बता दें कि नक्सलियों ने CRPF और पुलिस के 700 जवानों को घेरकर हमला किया था। दीपक छत्तीसगढ़ पुलिस में सब इंस्पेक्टर थे। वे अपनी टीम को लीड कर रहे थे।